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अपनी बात, शिवाजी विश्वविद्यालय, कोल्हापुर की दूरशिक्षण योजना के अंतर्गत स्नातकोत्तर, (एम.ए.) हिंदी विषय के छात्रों के लिए निर्मित अध्ययन सामग्री नियमित रुप से प्रवेश न, ले पाने वाले छात्रों की असुविधा को दूर करने के संकल्प का सुफल है । इसमें एक ओर, विश्वविद्यालय की सामाजिक संवेदनशीलता दिखाई देती है, तो दूसरी ओर शिक्षा से, वंचित छात्रों को अध्ययन सामग्री सुविधा प्रदान करने की प्रतिबद्धता। स्नातक (बी.ए.), स्तर तक की अध्ययन सामग्री से दूरशिक्षण योजना के छात्र जिस तरह लाभान्वित हुए हैं,, उसी तरह स्नातकोत्तर स्तर के छात्र भी प्रस्तुत स्वयं - अध्ययन सामग्री से लाभान्वित होंगे,, यह विश्वास है।, दूरशिक्षण के छात्रों का महाविद्यालयों तथा अध्यापकों से प्रत्यक्ष या परोक्ष रुप से, कोई संबंध नहीं आता। उनकी इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए अध्ययन सामग्री को, सरल और सुबोध भाषा में प्रस्तुत किया गया है। साथ ही पाठ्यक्रम, प्रश्नपत्र का स्वरुप, तथा अंक-वितरण को ध्यान में रखकर अध्ययन-सामग्री को आवश्यकतानुसार विस्तृत, तथा सूक्ष्म रुप से प्रस्तुत करने का प्रयास किया है। हमें आशा ही नहीं, बल्कि विश्वास, भी हैं कि प्रस्तुत अध्ययन सामग्री स्नातकोत्तर स्तर के छात्रों के लिए उपादेय सिद्ध होगी।, प्रस्तुत सामग्री सामूहिक प्रयास का फल है। इकाई लेखकों ने अपनी- अपनी इकाइयों, का लेखन समय पर पूरा कर इसमें महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं। शिवाजी विश्वविद्यालय, के मा. कुलगुरू, कुलसचिव, महाविद्यालय और विश्वविद्यालय विकास मंडल के, संचालक, दूरशिक्षण विभाग के संचालक एवं उनके सभी सहयोगी सदस्यों ने समय -समय, पर आवश्यक सहयोग दिया। अतः इन सभी के प्रति आभार प्रकट करना हमारा कर्तव्य, है।, धन्यवाद।, - संपादक, (v)