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संयम, संयत, सम्पन्न, , प्रश्न ;, , (1, , जी, , उत्तर, , (1), उत्तर, , ाी, , (पा, , उत्तर, , (1५), , उत्तर ६, , , , नया रास्ता अभ्यास- पृस्तिका 111, , व्यग्य ता, , नियंत्रण 0ञाआाए|, , नियंत्रित 0णाैलते, , परिपूर्ण 8०९०णा]?जी60, उदाहरण, , उसकी बुआ जी भी शादी से दो दिन पहले आ गयीं थीं। मीनू के पिता जी व माँ, को इस बात की शंका थी कि कहीं मीनू की बुआ जी उसे ऐसे शब्द न कह दें, जो उसके हृदय को ठेस पहुँचायें, क्योंकि वे उनकी आदत को जानते थे।, , अवसर पाकर दयाराम जी ने अपनी बहन को अलग कमरे में बुलाया और कहा,, “बहन जी, ऐसा है कि आप मीनू से उसकी शादी के विषय में कुछ न कहना।'', , (पूं,57), मीनू के पिता जी ने अपनी बहन को मीनू से उसकी शादी के विषय में कुछ कहने के लिए, मना क्यों किया? (2), , : मीनू के पिता जी ने अपनी बहन को मीनू की शादी के बारे में उससे कोई भी बात करने, , के लिए मना किया था। पिता जी को पता था कि अपनी आदत के अनुसार वे मीनू से उसके, शादी न करने का कारण अवश्य पूछेंगी जो मीनू को अच्छा नहीं लगेगा।, मीनू की बुआ जी के बारे में कुछ पंक्तियाँ लिखिए। (2), , : मीनू की बुआ जी पुराने विचारों की दकियानूसी महिला हैं। उनके विचारों में कुछ, , विवेकहीनता का आभास मिलता है। छोटी लड़की की शादी बड़ी लड़की से पहले करने की, बात उन्हें समझ में नहीं आती है। वे पुराने रीति-रिवाजों पर ही चलना चाहती हैं।, , बुआ जी ने आरती की रस्म में क्या अड़चन पैदा की? माँ ने इस अड़चन को क्या कहकर, दूर कर दिया? (31, , : जैसे ही आरती की रस्म का नम्बर आया, बुआ जी बोलीं, ''मीनू की माँ, इस रस्म को कौन, , करेगा? '!, , माँ ने कहा कि बड़ी बहन ही करती है, इसलिए यह रस्म मीनू ही करेगी।, , बुआ जी ने तर्क दिया कि यह रस्म तो शादीशुदा बहन ही कर सकती है। मीनू की तो अभी, , शादी ही नहीं हुई। माँ ने उनके तर्क को काटते हुए कहा कि आजकल कौन मानता है इन, , सब बातों को। मीनू ही करेगी सारी रस्में। इस तरह से माँ ने यह अड़चन दूर कर दी।, , क्या बड़बोला होना उचित है? बातचीत करते समय हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?, 3, , बढ़-बढ़ कर बातें करने वाले को 'बड़बोला' कहते हैं। बड़बोला होने से लाभ की के, , हानि ही अधिक होती है क्योंकि अधिक बोलने पर गलत बात मुँह से निकल जाती है। हमें, , दूसरों की भावनाओं का ध्यान रखते हुए अवसर के अनुकूल बात ही कहनी चाहिए क्योंकि