Page 1 :
5. ...आपके लाड़ले बेटे की रीढ़ की हडी भी है या नहीं... उमा इस, कथन के माध्यम से शंकर की किन कमियों की ओर संकेत करना, चाहती है?, Sol., "...आपके लाड़ले बेटे की रीढ़ की हड्डी भी है या नहीं..." के माध्यम से, उमा शंकर की निम्नलिखित कमियों की ओर संकेत करना चाहती है-, i. गोपाल प्रसाद उमा की शिक्षा, उसके गुण, चाल-ढाल तथा, खूबसूरती के विषय में बार-बार जानना चाहते हैं, पर अपने, बेटे के बारे में तनिक भी ध्यान नहीं देते हैं।, ii. गोपाल प्रसाद मेडिकल कॉलेज की पढ़ाई कर रहे अपने बेटे, को बहुत होशियार समझते हैं, पर वास्तव में ऐसा नहीं है।, i. शंकर का चरित्र भी बहुत अच्छा नहीं है। लड़कियों के, होस्टल का चक्कर लगाते हुए पकड़ा गया था।, iv. उसमें (शंकर में) आत्मविश्वास की कमी है।, v. शंकर झुककर चलता है। उसकी शारीरिक बनावट भी कुछ, अच्छी नहीं हैं।, 6. शंकर जैसे लड़के या उमा जैसी लड़की-समाज को कैसे व्यक्तित्व, की ज़रूरत है? तर्क सहित उत्तर दीजिए।, Sol., समाज को उमा जैसे व्यक्तित्व की जरूरत है। उमा चरित्रवान है। वह, शिक्षित लड़की है। उसके पिता रामस्वरूप, गोपाल प्रसाद से उमा की, शिक्षा की बात छिपा जाते हैं परंतु गोपाल प्रसाद के पूछने पर वह, अपनी शिक्षा के बारे में दृढ़तापूर्वक बता देती है। इसके विपरीत, शंकर स्वयं तो उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहा है, परंतु वह नहीं चाहता है।
Page 2 :
शैंकर स्वयं तो उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहा है, परंतु वह नहीं चाहता है।, कि उसकी पत्नी भी उच्च शिक्षा प्राप्त हो। अतः समाज को शंकर, जैसे व्यक्तित्व की जरूरत नहीं है। शंकर जैसे व्यक्तित्व से हमें न, अच्छे समाजोपयोगी स्वस्थ विचारधारा वाले नागरिक मिलेंगे और न, ही इनसे समाज और राष्ट्र की उन्नति में योगदान की अपेक्षा की जा, सकती है। वास्तव में समाज को उमा जैसे साहसी, स्पष्टवादीनी तथा, उच्च चरित्र वाले व्यक्तित्व की आवश्यकता है।, 7. रीढ़ की हड्डी शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए ।, Sol., जिस प्रकार मानव शरीर में रीढ़ की हड्डी (बैकबोन) अत्यंत महत्वपूर्ण, अंग होता है, जिसके अभाव में या कमजोर होने पर व्यक्ति सीधा, खड़ा भी नहीं हो सकता है। व्यक्ति को सीधा खड़ा होने के लिए रीढ़, की हड्डी की मजबूती आवश्यक है। उसी प्रकार समाज में नारी को, 'रीढ़ की हड्डी' जैसा महत्त्वपूर्ण स्थान है। समाज में नारी को उचित, स्थान न मिल पाना, समाज की 'बैकबोन' को कमजोर करता है। नारी, की उन्नति तथा समाज में उचित स्थान दिए बिना समाज मजबूत नहीं, है।, 8. रीढ़ की हडी कथावस्तु के आधार पर आप किसे एकांकी का, मुख्य पात्र मानते हैं और क्यों?, Sol., कथावस्तु के आधार पर निःसंदेह उमा ही इस एकांकी का मुख्य पात्र, है। वास्तव में इस एकांकी में रामस्वरूप, गोपाल प्रसाद शंकर तथा, उनका नौकर तथा महिला पात्रों में प्रेमा तथा उमा हैं। इनमें से, रामस्वरूप तथा गोपालदास एकांकी के अधिकांश भाग में उपस्थित
Page 3 :
रामस्वरूप तथा गोपालदास एकांकी के अधिकांश भाग में उपस्थित, रहते हैं, किंतु इनमें से कोई भी चारित्रिक रूप से आकर्षित नहीं कर, पाता है। रामस्वरूप परिस्थितियों के अधीन हो समझौता कर लेते हैं।, तो गोपाल प्रसाद में अनुकरणीय चरित्र या गुणों का अभाव दिखता, है। शंकर दोहरे व्यक्तित्व का प्रतिनिधित्व करता है। उसमें, समाजोपयोगी तथा समाज का आदर्श व्यक्ति बनने की योग्यता नहीं, है। इनमें उमा बी०ए० पास सुशिक्षित लड़की है जो चरित्रवान,, साहसी, अपनी बात को दृढ़तापूर्वक कहने वाली है। वह अपनी तथा, समाज में नारियों की सम्मानजनक स्थिति के लिए चिंतित दिखती है।, एकांकी के कम अंश में उपस्थित रहने पर भी वही मुख्य पात्र है।, 9. रीढ़ की हडी एकांकी के आधार पर रामस्वरूप और गोपाल, प्रसाद की चारित्रिक विशेषताएँ बताइए।, Sol., रीढ़ की हड्डी एकांकी में रामस्वरूप और गोपाल प्रसाद दोनों ही पुरुष, पात्रों में प्रमुख हैं। वे एकांकी के अधिकांश भाग में उपस्थित रहते हैं।, उनके चरित्र की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-, * रामस्वरूप- इस एकांकी के प्रमुख पुरुष पात्र हैं। वे, आधुनिक विचारों को महत्त्व देने वाले तथा उच्च शिक्षा के, समर्थक हैं। वह अपनी बेटी उमा को बी०ए० तक पढ़ाते हैं।, वे उसके विवाह को लेकर चिंतित दिखते हैं। वे गोपाल, प्रसाद के पुत्र शंकर से उसकी शादी तय करते हैं। वह, गोपाल प्रसाद की मनोवृत्ति जानकर उमा की शिक्षा की बात, छिपाते हुए परिस्थितियों से समझौता कर लेते हैं।, * गोपाल प्रसाद- वह पेशे से वकील हैं पर शिक्षा के मामले में, दोहरी राय रखते हैं। वे उच्च शिक्षा लड़कों के लिए तथा, लड़कियों के लिए कम शिक्षा के पक्षधर हैं। वे शादी जैसे, 1.
Page 4 :
दोहरी राय रखते हैं। वे उच्च शिक्षा लड़कों के लिए तथा, लड़कियों के लिए कम शिक्षा के पक्षधर हैं। वे शादी जैसे, मामले को भी बिजनेस मानते हैं। वे दहेज की लालच में, अपने मेडिकल की पढ़ाई कर रहे बेटे का विवाह कम पढ़ी-, लिखी लड़की से भी करने को तैयार हो जाते हैं।, 10. रीढ़ की हड्डी एकांकी का क्या उद्देश्य है? लिखिए ।, Sol., 'रीढ़ की हडी' नामक एकांकी के उद्देश्य निम्नलिखित हैं-, i. समाज में लड़कियों को कम सम्मान मिल पाने की समस्या, को समाज के सामने लाना।, ii. लड़कियों के विवाह में आने वाली समस्या को समाज के, सामने लाना।, iii. लड़कियों के विवाह के समय उनकी पसंद-नापसंद, रुचि, आदि को महत्तव न दिया जाना।, iv. लड़कियों के विवाह के समय उनके माता- पिता को दबाया, जाना तथा उन्हें अनुचित समझौता करने पर विवश किया, जाना।, v. समाज के उन लोगों को बेनकाब करना जो शिक्षा के प्रति, दोहरी मानसिकता रखते हैं।, vi. उन लोगों की मानसिकता को उजागर करना जो लड़कियों, को समाज में सम्मानजनक स्थान नहीं देना चाहते हैं।, 11. समाज में महिलाओं को उचित गरिमा दिलाने हेतु आप कौन-, कौन से प्रयास कर सकते हैं?, Sol.
Page 5 :
11. समाज में महिलाओं को उचित गरिमा दिलाने हेतु आप कौन-, कौन से प्रयास कर सकते हैं?, Sol., समाज में महिलाओं को उचित गरिमा दिलाने हेतु हम निम्नलिखित, प्रयास कर सकते हैं-, i. हमें महिलाओं को हीन दृष्टि से नहीं देखना चाहिए ।, ii. महिलाओं को उचित सम्मान देना चाहिए तथा ऐसा करने के, लिए दूसरों को भी प्रोत्साहित करना चाहिए।, ili. स्त्री-शिक्षा में हमें योगदान देना चाहिए।, iv. उनके मान-सम्मान को ध्यान में रखकर अश्लील हरकतें न, करें तथा ऐसा करने वालों को हतोत्साहित करें।, v. अपने समय की महान तथा विदुषी स्त्रियों का उदाहरण, समाज में प्रस्तुत करना चाहिए।, vi. लड़के और लड़कियों की तुलना करते हुए उन्हें कभी हीन, नहीं समझना चाहिए।, vii. लड़कियों की पढ़ाई-लिखाई तथा खान-पान पर ध्यान देना, चाहिए जिससे वे उच्च-शिक्षा प्राप्त कर स्वस्थ हो सके।, vii. उन्हें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।