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अध्याय,, 11, बल तथा वाब, 085SCHI1, क, द्वारा हिट की गई गेंद को कैसे रोकते हैं? (चित्र, 11.1)। इन सभी स्थितियों में गेंद की गति को तेज़, या धीमा कर दिया जाता है अथवा इसकी गति की, दिशा को बदल दिया जाता है।, क्षा VII में आप सीख चुके हैं कि वस्तुएँ गति, कैसे करती हैं। क्या आप बता सकते हैं कि हम, यह कैसे निश्चित करते हैं कि कोई वस्तु दूसरी, वस्तु से अधिक तेज़ी से गतिशील है? किसी वस्तु द्वारा, एकांक समय में चली गई दूरी क्या सूचित करती है?, आप यह भी जानते हैं कि ज़मीन पर लुढ़कती हुई गेंद, जैसी कोई गतिशील वस्तु धीमी हो जाती है। कभी - कभी, यह अपनी गति की दिशा भी बदल सकती है। यह भी, संभव है कि गेंद धीमी हो जाए तथा अपनी दिशा भी, बदल ले। क्या आपने कभी सोचा है कि गतिशील वस्तु, धीमी या तेज़ कैसे हो जाती है, अथवा अपनी गति की, दिशा कैसे बदल लेती है?, आइए अपने प्रतिदिन के कुछ अनुभवों को स्मरण, करें। किसी फुटबाल को गतिशील करने के लिए क्या, करते हैं? किसी गतिशील गेंद को, और अधिक तेजी, से चलाने के लिए आप क्या करते हैं? एक गोली, (गोलरक्षक) गेंद को किस प्रकार रोकता है? हॉकी, का खिलाड़ी हॉकी से प्रहार करके किसी गतिशील, गेंद की दिशा बदल देता है। क्षेत्र रक्षक,, हम प्राय: कहते हैं कि जब किसी गेंद को धक्का, देते हैं, फेंकते हैं, ठोकर मारते हैं या प्रहार करते हैं, तो उस पर बल लगाया जाता है। बल क्या है? जिन, वस्तुओं पर यह लगाया जाता है उन पर यह क्या, प्रभाव डालता है? इस अध्याय में हम ऐसे ही प्रश्नों, उत्तर खोजेंगे।, 11.1, बल-अपकर्षण या अभिकर्षण, उठाना, खोलना, बंद करना, ठोकर मारना, हिट करना,, प्रहार करना, धक्का देना, खींचना आदि ऐसी क्रियाएँ हैं, जो प्राय: कुछ कार्यों का वर्णन करने के लिए प्रयोग की, जाती हैं। इनमें से प्रत्येक कार्य प्रायः वस्तु की गति में, किसी प्रकार का परिवर्तन लाने का प्रयास करता है। क्या, इन शब्दों की जगह एक या अधिक अन्य शब्दों का, प्रयोग कर सकते हैं? आइए ज्ञात करें।, बल्लेबाज, M.T, (a), (b), (c), चित्र 11.1 : (a) गोली, गोल को बचाते हुए (b) हॉकी का खिलाड़ी गेंद पर प्रहार करते हुए (c) क्षेत्ररक्षक गेंद को रोकते हुए।, 2020-21
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क्रियाकलाप 11.1, सारणी 11.1 में वस्तुओं की गति की सुपरिचित स्थितियों के कुछ उदाहरण दिये गए हैं। आप इनमें कुछ ऐसी, ही और अधिक स्थितियों को जोड़ सकते हैं अथवा इन उदाहरणों में से कुछ को बदल सकते हैं | प्रत्येक दशा, में कार्य को धक्का देना अथवा/या खींचना के रूप में पहचानिए तथा सारणी में लिखिये। आपकी सहायता के, लिए एक उदाहरण दिया गया है।, सारणी 11.1 कुछ कार्यों को अपकर्षण तथा अभिकर्षण के रूप में पहचानना, कार्य को व्यक्त, सकते हैं।, क्र.सं., स्थिति का वर्णन, कार्य : (धक्का देना/चयन करना/खींचना/ठोकर, कर, मारना/उठाना/झुकाना/उड़ाना/फेंकना/बंद करना/, प्रहार करना/ऊपर उठाना), अपकर्षण, अभिकर्षण, मेज़ पर रखी पुस्तक को धक्का देना खींचना, गतिशील बनाना, 1., उठाना, हाँ, दरवाज़े को खोलना या बंद, करना, कुएँ से पानी की बाल्टी, को खींचना, 3., फुटबाल के खिलाड़ी का, पेनल्टी किक लेना, एक बल्लेबाज द्वारा क्रिकेट, की गेंद पर प्रहार करना, 4., 5., लदी हुई बैलगाड़ी को, 6., चलाना, किसी मेज़ की दराज को, खोलना, 7., क्या आपने ध्यान दिया कि इनमें से प्रत्येक कार्य, को अभिकर्षण (खींचना) या अपकर्षण (धक्का देना ), अथवा दोनों के रूप में व्यक्त किया जा सकता है।, बल लगने के कारण होती है। वस्तु पर बल कब लगता, है? आइए ज्ञात करें।, क्या हम इससे यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि, किसी वस्तु को गति में लाने के लिए उसे धक्का, देना (अपकर्षित करना) या खींचना ( अभिकर्षित करना), पड़ता है?, विज्ञान में किसी वस्तु पर लगने वाले धक्के, (अभिकर्षण) या खिंचाव (अपकर्षण) को बल कहते, हैं। अत: हम कह सकते हैं कि वस्तुओं को दी गई गति, मैंने कक्षा VI में पढ़ा है कि चुंबक एक लोहे, के टुकड़े को अपनी ओर आकर्षित करता है।, क्या आकर्षण भी एक खिंचाव (अभिकर्षण), है? किसी चुंबक के दो समान ध्रुवों के बीच, प्रतिकर्षण के बारे में आप क्या सोचते हैं? यह, खिंचाव (अभिकर्षण) है या धक्का, (अपकर्षण)?, 128, विज्ञान, 2020-21, 2.
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चित्र 11.3 तीन स्थितियाँ दर्शाता है जिनसे संभवत:, आप परिचित होंगे। क्या आप बता सकते हैं कि इन, स्थितियों में कौन खींच रहा है और कौन धक्का दे रहा, 11.2 बल अन्योन्यक्रिया के कारण लगते हैं, मान लीजिए कोई आदमी स्थिर कार के पीछे खड़ा है।, [चित्र 11.2(a)]। क्या उसकी उपस्थिति के कारण कार, गति में आएगी? मान लीजिए अब आदमी कार को है? चित्र 11.3(a) में दोनों लड़कियाँ एक-दूसरे को, धक्का लगाना प्रारम्भ करता है [चित्र 11.2(b)], अर्थात,, वह इस पर बल लगाता है। कार लगाए गए बल की, दिशा में गति करना प्रारम्भ कर सकती है। ध्यान दीजिए, AYAA, चित्र 11.3(b) : कौन किसे खींच रहा है?, धक्का देती हुई प्रतीत होती हैं जबकि चित्र 11.3 (b) में, लड़कियों का युग्म एक दूसरे को खींचने का प्रयत्न, कर रहा है। इसी प्रकार चित्र 11.3(c) में गाय तथा, चित्र 11.2(a) : कार के पीछे खड़ा एक आदमी।, चित्र 11.2b) : एक आदमी द्वारा कार को धक्का लगाना।, कि कार को गति देने के लिए आदमी को इसे धक्का, लगाते रहना होगा।, चित्र 11.3(c) : कौन किसे खींच रहा है?, आदमी दोनों एक दूसरे को खींचते प्रतीत होते हैं। यहाँ, पर दर्शायी गई दोनों स्थितियों में लड़कियाँ एक-दूसरे, पर बल लगा रही हैं। क्या यह बात आदमी तथा गाय, पर भी लागू होती है?, इन उदाहरणों से हम निष्कर्ष निकाल सकते हैं, कि बल लगने के लिए कम से कम दो वस्तुओं में, अन्योन्यक्रिया होनी आवश्यक है। इस प्रकार दो वस्तुओं, के बीच अन्योन्यक्रिया के कारण उनके बीच बल, चित्र 11.3(a) : कौन किसे धकेल रहा है?, लगता है।, बल तथा दाब, 129, 2020-21
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11.3 बलों की खोजबीन, आइए बलों के बारे में कुछ अधिक सीखने का प्रयत्न करें।, क्रियाकलाप 11.2, कोई भारी वस्तु जैसे मेज़ या संदूक लीजिए जिसे, आप जोर से धकेलने पर ही गति में ला सकें। इसे, अकेले धकेलने का प्रयत्न कीजिए । क्या आप इसे, खिसका पाते हैं? अब अपने किसी मित्र से कहिए, कि बक्से को उसी दिशा में धकेलने में आपकी, चित्र 11.5 : यदि दोनों टोलियाँ रस्से को समान बल से खींचती, हैं तो रस्सा खिसकता नहीं।, सहायता करे [चित्र 11.4(a)]। क्या अब इसको, खिसकाना आसान है? क्या आप बता सकते हैं कि, ऐसा क्यों हुआ?, अब उसी वस्तु को फिर से धकेलिए लेकिन इस, बार अपने मित्र से कहिए कि वह इसे विपरीत, दिशा से धकेले [चित्र 11.4(b)]। क्या वस्तु गतिमान, होती है? यदि यह गति में आती है तो इसकी गति, की दिशा को नोट कीजिए। क्या आप अनुमान लगा, सकते हैं कि आप में से कौन अधिक बल लगा, रहा है?, रस्सा बिलकुल नहीं खिसकता । क्या यह चित्र 11.3 (b), में दर्शायी गई स्थिति के समान नहीं है ? जो टोली अधिक, जोर से खींचती है, अर्थात अधिक बल लगाती है, अंत, में वही खेल में विजयी होती है।, ये उदाहरण बल के बारे में क्या सुझाते हैं?, किसी वस्तु पर एक ही दिशा में लगाए गए बल जुड़, जाते हैं। अब स्मरण कीजिए कि क्रियाकलाप 11.2 में जब, आप तथा आपके मित्र ने भारी संदूक को एक ही दिशा में, धकेला था तो क्या हुआ था।, NOE, ber, यदि किसी वस्तु पर दो बल विपरीत दिशा में कार्य, करते हैं तो इस पर लगने वाला कुल ( नेट ) बल दोनों, बलों के अंतर के बराबर होता है। क्रियाकलाप, 11.2 में जब आप दोनों भारी संदूक को विपरीत दिशा, धकेल रहे थे तो आपने क्या देखा था ?, में, स्मरण कीजिए कि रस्साकशी के खेल में जब दोनों, टोलियाँ रस्से पर बराबर बल लगा कर खींचती हैं तो, रस्सा किसी भी दिशा में नहीं जाता।, इस प्रकार हमने सीखा कि एक बल दूसरे से बड़ा, (b), छोटा या बराबर हो सकता है। बल की प्रबलता प्राय:, इसके परिमाण से मापी जाती है। बल के बारे में बताते, समय हमें उस दिशा का उल्लेख करना भी आवश्यक है।, जिसमें बल कार्य करता है। यह भी याद रखिए, यदि, लगाए गए बल की दिशा या परिमाण में परिवर्तन हो जाए, चित्र 11.4 : दो मित्र एक भारी वस्तु को धक्का देते हुए, (a) एक ही दिशा में (b) विपरीत दिशा में।, तो इसका प्रभाव भी बदल जाता है।, क्या आपने कभी रस्साकशी का खेल देखा है? इस, खेल में दो टोलियाँ एक रस्से को विपरीत दिशा में, खींचती हैं (चित्र 11.5)। दोनों टोलियों के सदस्य रस्से, को अपनी दिशा में खींचने का प्रयत्न करते, क्या इसका अर्थ यह है कि यदि किसी वस्तु, पर विपरीत दिशाओं में लगने वाले बल बराबर, हैं तो उस पर लगने वाला नेट बल शून्य होगा?, कभी-कभी, 130, विज्ञान, 2020-21
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आप इसी प्रकार की अन्य स्थितियों पर विचार, कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, पेनल्टी किक लेते, समय खिलाड़ी गेंद पर बल लगाता है। किक लगने, से पहले गेंद विराम अवस्था में थी, अतः इसकी चाल, सामान्य रूप में, किसी वस्तु पर एक से अधिक बल लगे, हो सकते हैं। तथापि, वस्तु पर इनका प्रभाव नेट बल के, कारण ही होता है।, शून्य थी। लगाए गए बल ने गेंद को गोल की ओर, गति प्रदान की। मान लीजिए गोली, गोल बचाने के, लिए गेंद पर झपटता है या उछलता है। इस क्रिया, द्वारा गोली गतिशील गेंद पर बल लगाने का प्रयत्न, करता है। उसके द्वारा लगाया गया बल गेंद, 11.4 बल वस्तु की गति की अवस्था में, परिवर्तन कर सकता है।, आइए अब ज्ञात करें कि जब किसी वस्तु पर बल लगता, है तो क्या होता है।, को रोक सकता है या विक्षेपित कर सकता है और, गोल होने से बचा सकता है। यदि गोली गेंद को, रोकने में सफल हो जाता है तो इसकी चाल शून्य हो, जाती है।, ये प्रेक्षण सुझाते हैं कि किसी वस्तु पर लगाए गए, क्रियाकलाप 11.3, रबड़ की एक गेंद लीजिए तथा इसे किसी समतल, सतह जैसे मेज़ पर या कंकरीट के फर्श पर रखिए।, अब गेंद को धीरे से समतल सतह पर धक्का, बल द्वारा उसकी चाल बदली जा सकती है। यदि, लगाया गया बल गति की दिशा में है तो वस्तु की, चाल बढ़ जाती है। यदि बल वस्तु की गति की दिशा, के विपरीत दिशा में लगाया जाए तो वस्तु की चाल, कम हो जाती है।, दीजिए (चित्र 11.6) । क्या गेंद गति में आ जाती, है? गतिशील गेंद को फिर से धक्का दीजिए। क्या, इसकी चाल में कुछ परिवर्तन होता है? यह बढ़ती, है या घटती है? अब अपनी हथेली को गतिशील, गेंद के सामने रखिए । जैसे ही गतिशील गेंद इसे, स्पर्श करे हथेली को हटा लीजिए। क्या आपकी, हथेली गेंद पर कोई बल लगाती है? गेंद की चाल, मैंने बच्चों को एक-दूसरे से, रबड़, के टायर, पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है? क्या यह बढ़ती है।, या घटती है? यदि आप गतिशील गेंद को अपनी, हथेली से रोक लें तो क्या होगा?, या किसी घेरे को धकेल कर तेज़ चलाने, a, की होड लगाते देखा है (चित्र 11.7) । अब, मैं समझ गया हूँ कि धक्का देने पर टायर, की चाल क्यों बढ़ जाती है।, चित्र 11.6 : विराम अवस्था में गेंद पर बल लगाने पर वह, चित्र 11.7 : टायर को तेज़ गति से चलाने के लिए इसे लगातार, धक्का लगाना पड़ता है।, गतिशील हो जाती है।, बल तथा दाब, 131, 2020-21, noteto be