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प्रश्न 9. कुँवर सिंह के अनुसार युद्ध की क्या हुनर कला है ?, , उत्तर-युद्ध में असली मे: 5०4०: मैं पा मात देने में है।, , प्रश्न 10. “अँग्रेजों ने मेरे भोजपुर के गरीब रैयातों को सताया, जिनके अरमानों का पैं, आईना हू'' संबाद के द्वारा एकांकीकार कमुँबर सिंह के किन भावों को व्यक्त करना चाहता है ?, , उत्तर-एकांकौकार कुँबर सिंह के देश प्रेम तथा गरीब रैयातों के प्रति प्रेम के भावों को व्यक्त, करना चाहा है।, , प्रश्न 11. अनोखी भेंट क्या है और कुँबर सिंह भेंट किसे देते हैं ? े, , उत्तर-कुँवर सिंह के हाथ में गोली लगी थी। कुँवर सिंह अपना हाथ काटकर गंगा जी को, भेंट देते हैं यही अनोखा भेंट हैं।, , प्रश्न 12. व्कुँवर सिंह अमर सिंह का राजतिलक करते हुए क्या सीख देते हैं और क्यों ?, , उत्तर-कुँबर सिंह अमर सिंह का राजतिलक करते हुए सीख देते हैं कि जेठ रैयत, मल्लाह,, किसान । यहो है वह शक्ति जिसके बल पर कुँवर सिंह भोजपुर का राजा है। यही है वह तुरही जिसकी, आवाज मेरे गले से निकलती थी और फिरंगी भाग निकलते थे, प्रजा के बिना राजा कैसा इनका साथ मत, छोड़ना। क्योंकि युद्ध में सफलता भोजपुर के किसानों, मल्लाहों, ग्वालों और रैयातों के कारण मिली।, , प्रश्न 13. नावों को गंगाजी में डुबा देने के लिए महाराज कुँवर सिंह ने क्यों आदेश, दियाथा ?, , उत्तर--नावों को गंगा जी में नहीं डुबाते तो फिरंगी जनरल गोलियों से नावों को बेकार कर, देता। इस कारण महाराज कूँवर सिंह ने नावों को गंगा जी में डुबा देने के लिए आदेश दिया।, , प्रश्न 14. महाराज कःँवर सिंह को अंग्रेजों के विरुद्ध युद्ध करने में इतनी सफलता, किनके कारण मिली ?, , उत्तर-महाराज कूँवर सिंह को अंग्रेजों के विरुद्ध युद्ध करने में इतनी सफलता भोजपुर के, किसानों, मल्लाहों, ग्वालों और रैयतों के कारण मिली ।, , प्रश्न 15. महाराज कुँवर सिंह बहुत अधिक बीमार होने पर भी जगदीशपुर जाने के, लिए क्यों बेताब थे ?, , उत्तर-महाराज कूँवर सिंह फिरंगियों से बदला लेना चाहते थे। इसलिए वे बहुत अधिक, बीमार होने पर भी जगदीशपुर जाने के लिए बेताब थे।, , प्रश्न 16. कुँवर सिंह ने भीमा से कहा था, “मुझे भी एक साल से नशा है।” उन्हें कैसा, नशा था ?, ___ उत्तर-महाराज कुँवर सिंह ने भीमा से कहा था, मुझे भी एक साल से नशा है, मुझे विदेशियों, ने एक विशेष प्रकार का नशा दिया है। उनसे कुशलतापूर्वक युद्ध करना मेरे जीवन का लक्ष्य है। उन्हें, मात-पर-मात मिलती रहे। अंग्रेजो सेनाधिकारियों के छक्के छुड़ाना चाहता हूँ। इस नशे में जो आनन्द है, वह आनन्द किसी अन्य नशे में नहीं है। उन्हें यही नशा था।, , प्रश्न 17. इन पंक्तियों का अर्थ प्रसंग देकर लिखिये-, (क) मैं मौत से डरता नहीं, पर मौत को न्यौता भी नहीं देता।, , जो जनम पंक्ति में महाराज कूँवर सिंह कहते हैं कि वे सोच-समझकर युद्ध के लिये आगे, , अर्थ-कुँवर सिंह कहते को, सोच-समझकर युद्ध के पदक मुझे मौत का भय नहीं है। मैं युद्ध से पीछे नहीं हटता, किल्त, , को निमन्त्रण नहीं देता। बढ़ता हूँ। अति उत्साह में शत्रु सेना के बीच घुसकर मैं अपनी मूल
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छत्तीसगढ़ भारती , कक्षा 8वीं | 69, का कला अपना हुनर दिखाने में चोट खा गया तो उसकी वह चोट सिंगार हो, 6! पतत पंत मैं कुतर सिह ने युद्ध मैं लो। घाों को वीएँ का शृंगार, , - कं [िहट काते हैं- यूद एक कला है और यौद्धा एक अहाशर क गढ डे, के हे वोट लग जाये तो उसकी वह चौट सामान्य घाव नहीं होती , बल्कि यह उस यीर के, 6 कण, है मैप चिता ज्योति कैरी, प्रजा किम १, का धंकित में कुँवर सिंह ने प्रजा को राजा की शक्ति बताया है।, सिंह कहते हैं- तेल के बिना ज्योति नहीं जल सकती , उसी प्रकार प्रजा के बिना, , श्स, हे कप ही राजा की शक्ति है।, 06से, की क्रांति अथवा सिपाही विद्रोह के बारे में इतिहास की पुस्तकों, , प्रश्न 1. आपने 1857, भाग लेने वाले प्रमुख सेनानियों की एक सूची बनाइए।, , लक्ष्मीबाई, कानपुर के नाना साहब तात्यांटोपे बेगम हजरतवीर, , करायण सिंह आदि।, प्रश्न 2. इस एकांकी को पढ़ते समय कौन-सा पात्र आपको अधिक प्रभावित करता है, , और क्यों ?, उत्तर-इस एकांकी में कुँवर सिंह से हम अधिक प्रभावित हुए क्योंकि वे महान क्राँतिकारी, ख॑ देशभक्त थे कुँवरसिंह अत्यन्त पराक्रमी एवं युद्ध कला में प्रवीण थे। उनमें संगठन की अद्भत, , प्रश्न 3. आपके आस-पास बैसे लोग रहते होंगे जिन्होनें स्वतंत्रता आन्दोलनों में भाग, लिया होगा उनके बारे में जानकारी प्राप्त कर एक लेख तैयार कीजिए।, , उत्तर-छात्र शिक्षक से चर्चा कर स्वयं करें।, , प्रश्न 4. मैं मौत से नहीं डरता, मगर मौत को न्योता भी नहीं देता। आगे कदम बढ़ाना, भी जानता हूँ और मौके पर कदम पीछे भी हटा सकता हूँ। मेरी दिलेरी के पीछे दिमाग है,, कोरा दिल ही नहीं है। इस कथन से कःँवर सिंह के व्यक्तित्व के किस पहलू का पता चलता है ?, माधियों से बातचीत कर अपनी समझ को लिखिए।, , उत्तर-कुँवर सिंह के विवेकशीलता का परिचय मिलता है।, , प्रश्न 5. एकांकी में मल्लाह, ग्वाले जैसे किसी जाति सूचक शब्दों का प्रयोग हुआ है।, क्या ऐसा प्रयोग होना चाहिए और क्यों ? कक्षा में चर्चा कर अपने विचारों को लिखने का, प्रयास कीजिए 1 है, कक ल्लाओ वाले, रैयत, किसान इन सभी जातियों ने मिलकर कवर सिंह का साथ दिया, था। इन जाति सूचक शब्दों से हमें जानकारी मिलती है। इसलिए इनका प्रयोग होना आवश्यक है।, , 0 भाषा से -, प्रश्न 1. पाठ में बहुत सारे मुहावरों का प्रयोग हुआ है जैसे लोहा मानना-प्रेष्ठता, स्वीकार करना, आँखों में धूल झोंकना-देखते-देखते धोखा देना, अकल मोटी होना-कम, वृद्धि, बदन में तूफान फूँकना-बेहद ऊर्जावान होना। अत का घूँट पीना-अमर होना, मौत को, , हमता थी।