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डॉक्टर के शब्द (प्रेरक कहानी), , सारांश-' डॉक्टर के शब्द” आर» के० नारायण दूवारा लिखित एक प्रसिद्ध, कहानी है जिसमें डॉ रमन के पास मरीज़ अपने जीवन के आखिरी क्षणों में ही, आते थे। डॉ रमन उन्हें सीधे शब्दों में फैसला सुना देते थे। वे नहीं मानते थे कि, मीठे शब्दों से किसी की जान बचाई जा सकती है। वे धोखा या दिलासा कभी, नहीं देते थे। गोपाल उनका जिगरी दोस्त था। दोनों हर रविवार को मिलते और ढेरों, बातें करते, लेकिन एक बार व्यस्तता के कारण डॉक्टर तीन महीने तक गोपाल, , (50), , से नहीं मिल पाए। अस्पताल में गोपाल के बेटे ने आकर पिता की तबियत ख़राब, होने की सूचना दी तो रमन उनके घर पहुँचकर देखते हैं कि गोपाल ज़िंदगी की, आख़िरी साँसें गिन रहा है लेकिन वे उसे ऐसे नहीं जाने देना चाहते थे इसलिए, पूरी जी-जान लगाकर इलाज करते हैं। गोपाल के वसीयत पर हस्ताक्षर करने की, बात को वे मना कर देते हैं क्योंकि इससे गोपाल के जीने की इच्छा ही ख़त्म हो, जाएगी। यह वसीयत उसके लिए मौत का फ़रमान होगी। डॉक्टर गोपाल से कहते, हैं, “तुम जियोगे, तुम्हारा दिल बहुत मज़बूत है।” गोपाल मान लेता है क्योंकि उसे, डॉ० रमन के शब्दों पर विश्वास होता है और अंत में ऐसा ही होता है। गोपाल, ठीक हो जाता है। डॉ रमन इस घटना को एक पहेली मानते हैं।, , मूल्य-परिस्थिति के अनुसार झूठ-सच का महत्त्व तथा कार्य व फ़र्ज़ के, प्रति सजगता।, , अभ्यास, , सोचिए और बताइए, (क) डॉ रमन में अपने मरीजों को, जीवन के आख़िरी क्षणों में अपने पास, आते देखकर स्पष्ट रूप से फ़ैसला करने के कारण स्पष्टवादिता आ गई।, , (ख) डॉ० रमन ने सब बच्चों को इसलिए बाहर भेजा क्योंकि वे नहीं, चाहते थे कि इलाज में किसी तरह की बाधा आए।, , (ग) डॉक्टर ने वसीयत पर दस्तख़त करने की इज़ाज़त नहीं दी क्योंकि इससे, गोपाल के जीवित रहने की इच्छा एकदम ख़त्म हो जाती।, , (घ) एक डॉक्टर का कर्तव्य है- अपने मरीज़ को शरीर की बीमारी से, , जुड़ी गंभीरता को स्पष्ट रूप से बताना और उसका उचित इलाज, करना।, , 1. दिए गए वाक्यों में < या ( निशान लगाइए, (क) ४ (ख) ४ (ग) ४ (घ) ४, 2. किसने कहा? सही उत्तर में / निशान लगाइए, (क) डॉक्टर ने (ख) गोपाल ने, , (51)
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श्ड संकेत गद्यांश को पाठ में ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के लिए, उच्चित विकल्प में & निशान लगाइए, (क) प्रत्येक इतवार को (ख) चालीस साल, , (ग) पिछले तीन महीनों से गोपाल मिलने नहीं आया।, , 4. अति लघु उत्तर लिखिए, (क) फ्रैसला सुनाने वाले जज डॉक्टर रमन बन गए थे।, , (ख) डॉ रमन अपने मरीज़ों से कहते थे, “तुम एक दिन पहले नहीं आ, सकते थे।”, , (ग) गोपाल अपनी वसीयत पर दस्तख़त करना चाहता था।, , 5. लघु उत्तर लिखिए, (क) डॉ० रमन के पास मरीज़ बीमारी के आख़िरी दिनों में डॉक्टर की, बड़ी फ़ीस और इससे भी ज़्यादा महत्त्वपूर्ण बात यह कि कोई यह, नहीं मानना चाहता था कि आखिरी समय आ गया है, डॉ० रमन के, पास जाना चाहिए।, , (ख) डॉक्टर रमन की मरीज़ को झूठा दिलासा देने की आदत नहीं थी।, वह इस बात को नहीं मानते थे कि कुछ मीठे शब्द बोलकर ज़िंदगी, बचाई जा सकती है। किंतु अपने मित्र की जान झूठ बोलकर और, मीठे शब्दों का प्रयोग करके ही बचाई थी जिससे गोपाल के अंदर, भी आत्मविश्वास आ गया और उसमें फिर से जीने की इच्छा जागी।, , 6. दीर्घ उत्तर लिखिए, (क) डॉक्टर रमन की चारित्रिक विशेषताएँ निम्न प्रकार से हैं, स्पष्टवादी_- डॉक्टर रमन स्पष्टवादी थे। वे कभी भी झूठ, बोलकर मरीज़ को अँधेरे में नहीं रखते थे।, , आत्मविश्वासी - डॉक्टर रमन अपने पूरे आत्मविश्वास के साथ, कहते कि एक दिन पहले नहीं आ सकते, अर्थात, वह मरीज़ को बचाने में पूरा भरोसा रखते थे।, , ईमानदार - डॉ० रमन ईमानदार थे। वे कभी किसी मरीज़, को झूठ बोलकर धोखा नहीं देते थे। ईमानदारी, से सारा सच बता देते थे।, , (52)
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हट ख) गोपाल और डॉक्टर की मित्रता गहरी थी क्योंकि वे दोनों चालीस, सालों से एक-दूसरे के साथ थे। जब डॉ० रमन को गोपाल के बीमार, होने का पता चला तो वह उसे देखने और उसका इलाज करने के, लिए तुरंत निकल पड़े। गोपाल की बीमारी का पता चलने पर वह, उसे ठीक करने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार थे। फिर, भी वह उसे वसीयत पर दस्तख़त नहीं करने देते हैं क्योंकि यह एक, तरह से उसकी मौत का फ़रमान साबित होगा। डॉ* रमन उससे झूठ, बोलते हैं कि तुम जियोगे, तुम्हारा दिल बहुत मज़बूत है। यह कहकर, उसके मन में जीने की इच्छा जगाते हैं।, , (ग) “तुम्हारे मुँह से निकली बात ज़रूर सच होगी” ये शब्द गोपाल ने डॉ., रमन से इसलिए कहे क्योंकि उसे डॉ० रमन के स्वभाव के बारे में, पता था कि वे स्पष्टवादी हैं, झूठ नहीं बोलते हैं। गोपाल ने यह, शब्द सुनकर संतोष की साँस ली और डॉक्टर पर विश्वास करते हुए, बेफ़िक होकर सो गया।, , [] पाठ से आगे, , (क) हाँ, डॉक्टर ने गोपाल को ठीक करने के लिए झूठ का सहारा लिया।, यदि झूठ बोलकर अच्छाई व भलाई का साथ दिया जा सकता है तो, यह करना उचित है। लेकिन झूठ को अपनी आदत बना लेना गलत है।, , (ख) डॉक्टर और मरीज़ के बीच अदूट संबंध होता है। मरीज डॉक्टर के, पास पूरे विश्वास के साथ जाता है, उन्हें भगवान के रूप में देखता, है। उसे विश्वास होता है कि डॉक्टर उसे बचा लेंगे और डॉक्टर भी, मरीज़ को बचाने का हर संभव प्रयास करता है।, , _] भाषा ज्ञान, , 1. जो रोग से ग्रस्त हो - रोगी, रोगी की चिकित्सा करने वाला - चिकित्सक, उपकार मानने वाला - कृतज्ञ, जिसमें धेर्य न हो - अधीर, न्याय करने वाला - न्यायाधीश, , (53)