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नानी जी कहानी सुना रही थीं साहिल प्रेरणा से, बातें करता जा रहा था माधुरी को बहुत गुस्सा आया, वह कहने लगी साहिल तुमको कहानी नहीं सुननी तो, यहाँ से चले जाओ हमें क्यों तंग कर रहे हो नानी जी, डॉटेंगी तो तुम रूठ जाओगे साहिल ने माधुरी से कहा, अब बातें नहीं करूँगा, , इस अनुच्छेद को पढ़ते समय अटपटा-सा लगता, है। इसका अर्थ स्पष्ट नहीं होता। इसे अब इस रूप में, , , , नानी जी कहानी सुना रही थीं। साहिल प्रेरणा, से बातें करता जा रहा था। माधुरी को बहुत गुस्सा, आया । वह कहने लगी, ''साहिल ! तुमको कहानी नहीं, सुननी, तो यहाँ से चले जाओ | हमें क्यों तंग कर रहे, हो ? नानी जी डाँटेंगी तो तुम रूठ जाओगे ।'' साहिल, ने माधुरी से कहा, “अब बातें नहीं करूँगा।'', , अब इस अनुच्छेद का अर्थ स्पष्ट हो जाता, है। इस अनुच्छेद में आए चिहनों (।, ' " | ?), के कारण ऐसा हुआ है। इन्हें विराम-चिहन कहते हैं।, , विराम का अर्थ है--रुकना। जब हम अपने विचारों, को प्रकट करने के लिए कुछ बोलते हैं, तो बीच-बीच, में एक विचार या उसके कुछ अंशों को प्रकट करने, , के पश्चात थोड़ा रुकते हैं। रुकने की इस्री क्रिया ३ हि, , व्याकरण की भाषा में 'विराम' कहते हैं।, , , , , , , , , , 827 :2227 5 लिखित रूप ०४ कसम केक के ह०, | जिन चिहनों का प्रयोग किया जाता है सह, विराम-चिद्दन कहते हैं। है, , विराम-चिहनों में अर्थ को व, क्षमता होती है। 2७७४७), , उदाहरणार्थ, राको मत, जाने दो। (न गोकने का भाव), रोको, मत जाने दो। (रोकने का भाव), , , , , , , , , , , 1. पूर्ण बिराम (७॥ 8७) ए], , वाक्य के अंत में पूर्ण विराम का प्रयोग किया, जाता है। यह सामान्य कथन की पूर्णता का बोध कराता, है। जैसेकार्तिक और ऋषभ यमुनानगर चले गए।, निशा अच्छा अभिनय करती है।, अर्ध विराम (शा 0००) (], पूर्ण विराम से कम देर तक रुकने के लिए अर्घ, विराम का प्रयोग किया जाता है। जैसेदादा जी चले गए; बे फिर मिलने आ जाएँगे।, 3. अल्प विराम (0070) [, ], अर्ध विराम से कम देर तक रुकने के लिए अल्प, विराम का प्रयोग किया जाता है। इसका प्रयोग, एक तरह के शब्दों के बीच भी किया जाता है।, संबोधनसूचक शब्दों के बाद भी इसका प्रयोग १, है। जैसे- |, , श्>, , , , , गया।