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कुछ कठिन और नये शब्दों के अर्थ और परिभाषाएं कठिन नये शब्दों के अर्थ, , पूर्वज:पूर्वज को हम आम भाषा में पुरखा या पित्तर भी कहते है। पूर्वज किसी प्रजाति के पूर्वकालीन या पहले के वंशज को कहते हैं।, जैसे - दादा, पड़दादा , बुडा, पड़बुडा, दादी, पड़दादी आदि, , संस्कृति:संस्कृति किसी समाज में गहराई तक व्याप्त गुणों का मिल्राजुला रूप का नाम है, जो उस समाज के सोचने, विचारने, कार्य करने, के स्वरूप में शामिल होता है।, , जैसे - हमारे समाज में मेहमानों की बहुत इज्जत की जाती है। ये हमारी संस्कृति है।, , विरासत:, जो भी चल एवं अचल संपत्ति हमें अपने पूर्वजों से मिल्रती है, उसे विरासत कहते हैं। क़भी कभी परम्पराओं एवं रीति रिवाजों और, खानपान के संदर्भ में विरासत शब्द प्रयोग किया जाता है।, , जैसे - हमारे गाँव में पुराने ज़माने के बने लकड़ी के मकान, खेतीबाड़ी करने क तरीका, हमारे समाज में खानपान में बनाये जाने, वाले असके, पिनोले आदि, पहनावे में घगरा अंगड़ा आदि।, , जीवन शेैली:, जीवन शैली का अर्थ होता है की आप किस प्रकार अपना जीवन जी रहे है तथा आप कैसे रहते हैं। आपका रहन सहन कैसा है ।, जीवन जीने के उसी तरीके को जीवनशैली कहा जाता है।, , जैसे - हम जमीन पर खाना खाते है या जमीन पर हमारे पास गाड़ी है या नहीं हमारे घर पर नौकर काम करते है या हम खुद, करते है। आदि आदि । यही हमारी जीवन शैली कहलाती है।, , लोक कथा:किसी सीमित स्थान या समाज में, बहुत पुराने समय से चली आ रही कहानी को लोककथा कहते है।, जैसे - जागडे की कथा , काफल की कथा आदि ।, , समाज:समाज एक से अधिक लोगों के समुदायों से मिलकर बने एक बड़े समूह को कहते हैं जिसमें सभी व्यक्ति मानवीय कार्य करते हैं,, जो एक दूसरे के काम आते है। मानवीय क्रियाकलाप में आचरण, सामाजिक सुरक्षा और निर्वाह आदि की क्रियाएं सम्मिल्रित होती, हैं।, , जैसे - हम गाँव में आपस में मित्रजुल कर रहते है तो ये हमारा समाज है ।, , इमारत:, इमारत पक्का मकान या भव्य एवं विशाल भवन को कहते है ।, , जैसे - दिल्ली में पचास पचास मंजिल से भी ऊँची इमारतें है ।, , स्मारक:, याद दिलाने वाला, यादगार, मेमोरिल, , किसी की याद में बनाई गई कोई मकान, मंदिर या कोई भी चीज ।, जैसे - ताज महल्र , हमारे गाँव में हन्त्या या मात्री के मंदिर आदि, , रीति रिवाज:रीति रिवाज ऐसी परंपराएँ या संस्कार हैं जो पीढ़ी दर पीढ़ी मानव जातियों में चले आए हैं।, जैसे - हमारे समाज में लड़के की बारात लड़की के घर, दुल्हन को लेने जाती है | ये हमारे समाज के रीती रिवाज है |, , धार्मिक मान्यताएं:जब हम किसी धर्म के नियमों के हिसाब से किसी बात को मानते है या कोई काम करते है तो ये एक धार्मिक मान्यता कहलाती, है |, , ७