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., बस में छूटे सामान का पता लगाने के लिए दिल्ली परिवहन निगम के प्रबंधक को लगभग 120 शब्दों में पत्र, , लिखिए॥ 51, अथवा, , क्षेत्र में फैली गंदगी की ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए स्वास्थ्य अधिकारी को 120 शब्दों में पत्र लिखिए।, , परीक्षा भवन, , नई दिल्ली, , प्रबंधक महोदय, , दिल्ली परिवहन निगम, , नई दिल्ली।, , विषय : बस में छूटे सामान के संबंध में।, , मान्यवर, , मैं करोल बाग का निवासी हूँ। अपने बस में छूटे कुछ ज़रूरी सामान हेतु आपको पत्र लिख रहा हूँ।, , मैं कल करोल बाग से लाजपत नगर जाने वाली बस नं. 435 से लाजपत नगर के लिए बैठा। यह बस करोल बाग टर्मिनल से, , ठीक 8.55 प्रातः चली थी। बस में भीड़ होने के कारण मैं अधिकांश समय तक खड़ा रहा। उसके बाद मुझे सीट मिली और, , मैं बैठकर कुछ काम करने लगा। स्टॉप आने पर जल्दबाजी में अपना ब्रीफकेस वहीं भूल गया। कार्यालय पहुँचने पर याद आया, , तो मैंने वहाँ से यातायात निरीक्षक को फ़ोन करके सारी स्थिति बताई, लेकिन मुझे सफलता नहीं मिली। उनका कहना था कि, , यदि ब्रीफकेस संवाहक को मिला होगा तो उन्होंने 'खोया-पाया' विभाग में जमा करवा दिया होगा। मेरा ब्रीफकेस वी.आई.पी., , कंपनी का काले रंग का है। इसमें कार्यालय से संबंधित ज़रूरी कागजात हैं। क्रेडिट कार्ड भी है, उस पर मेरा नाम अंकित है।, , आपसे अनुरोध है कि यदि ब्रीफकेस कार्यालय में जमा करवाया गया हो तो मुझे सूचित करने की कृपा करें।, , सधन्यवाद।, , भवदीय, , कण्खग्ग०, , दिनांक : 10 मई, 20%%, , त्, , अथवा, , परीक्षा भवन, , नई दिल्ली, , स्वास्थ्य अधिकारी, , दिल्ली नगर निगम, , नई दिल्ली।, , महोदय, , मैं जीवन नगर बस्ती का एक साधारण नागरिक हूँ और इसकी शोचनीय अवस्था कौ ओर आपका ध्यान दिलाना चाहता हूँ।, इस बस्ती की सफ़ाई व्यवस्था इतनी शोचनीय व चिंताजनक हो चली है कि नागरिकों के स्वास्थ्य को खतरा उत्पन्न हो गया है।, जगह-जगह सड़ते हुए कूड़े-कचरे के ढेर तथा उन पर भिनभिनाते मच्छः और मक्खियाँ किसी भी भयानक बीमारी को न्योता, देने के लिए पर्याप्त हैं। डेंगू और मलेरिया तो इस क्षेत्र में आम बात है। वर्षा के दिनों में नालियों का गंदा पानी गलियों में, बहने लगता है, जिससे घरों से निकलना मुश्किल हो जाता है। बच्चे व बूढ़े तो घर से बाहर निकल ही नहीं पाते। कूडे-कचरे, के ढेर पर बैठे जानवर और भी भयावह स्थिति उत्पन्न करते हैं।, , आपसे अनुरोध है कि बस्ती की स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बिना देरी किए उचित कदम उठाएँ। हम बस्ती वाले, आपके आभारी होंगे।, , धन्यवाद।, , भवदीय, , क०ख०ग० (बस्ती के सभी नागरिकों की ओर से), , दिनांक : 26 अप्रैल, 2029