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कक्षा -], पाठ-6, तीन वर्ग, , प्रश्न सामन्तवाद से क्या अभिप्राय है ?, उत्तर- सामंतवाद जर्मन शब्द फ्रयूड से बना, फ्रयूड का अर्थ-भूमि का टुकड़ा भूमि के बदले में सेवा प्राप्त करना।, , प्रश्न 2 फ्रांसीसी समाज में मुख्य रूप से तीन वर्ग कौन से थे ?, उत्तर- पादरी वर्ग, अभिजात वर्ग, कृषक वर्ग।, , प्रश्न 3 मेनर क्या था ?, उत्तर- लॉर्ड की भूमि-मेनर। मेनर के मध्य में लॉर्ड का महल।, , प्रश्न 4 'टीथ' तथा 'फीफ' शब्दों को परिभाषित कीजिए।, , उत्तर- फीफ- लॉर्ड द्वारा नाइट को दिया जाने वाला भूमि का टुकड़ा टीथ- चर्च द्वारा एक वर्ष के अंतराल में उस कृषक, से उसकी उपज का दसवां भाग लिया जाना।, , प्रश्न 5 फ्रांस के कैथीड्रल नगरों से क्या अभिप्राय है ?, उत्तर- बड़े-बड़े चर्चो के चारों ओर विकसित होने वाले नगर कैथीड्ल नगर कहलाए।, , प्रश्न 6 मध्यकाल में कृषि से जुड़ी दो समस्याओं का उल्लेख कीजिए।, उत्तर-लकड़ी के हल , प्रभावहीन फसल चक्र।, , प्रश्न 7 'फ्रायर' किन्हें कहा जाता था?, , उत्तर- भिक्षुओं के उन समूहों को, जिन्होंने मठों में न रहने का निश्चय किया, फ्रायर कहा गया। वे घूम घूम कर उपदेश, देते थे और दान से अपनी जीविका चलाते थे।, , प्रश्न 8 आप किस आधार पर कह सकते हैं कि फ्रांसीसी समाज में अभिजात वर्ग की एक विशेष हैसियत थी।, , उत्तर- संपदा पर स्थायी तौर पर पूर्ण नियंत्रण सैन्य क्षमता बढ़ा पाना, स्वयं का न्यायालय लगा पाना तथा अपनी मुद्रा, प्रचलित कर सकना तथा अपनी भूमि पर बसे सभी व्यक्तियों के मालिक होना।, , प्रश्न 9 भिक्षु, भिक्षुणियों के जीवन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।, , उत्तर- मठों में निवास, प्रार्थना, अध्ययन और कृषि जैसे शारीरिक श्रम का व्रत, खानपान तथा वस्त्र सम्बन्धी निश्चित, नियमों का पालना, , प्रश्न 0 नाइट वर्ग का उदय क्यों हुआ? लॉर्ड तथा नाइट के आपसी संबंधों की संक्षिप्त जानकारी दीजिए।, , उत्तर- नौंवी सदी में बुरे मंयुद्धों के प्राय: होने के कारण कुशल अश्वसेना की आवश्यकता के कारण नाइट वर्ग का, उदय हुआ। नाइट लॉर्ड से उसी प्रकार से संबंद्ध, जिस प्रकार लॉर्ड राजा से।, , प्रश्न । सामंतवाद के अन्तर्गत यूरोप में किसानों की क्या स्थिति थी?, , उत्तर- दो प्रकार के काश्तकार- स्वतंत्र किसान, कृषिदास। स्वतंत्र किसान- भूमि को लॉर्ड के काश्तकार के रूप में, देखना, श्रम अधिशेष, टैली नामक कर कृषि दास- लॉर्ड के स्वामित्व वाली भूमि पर कृषि, कोई मजदूरी नहीं, लॉर्ड की, आज्ञा बिना जागीर न छोड़ पाना, विवाह सम्बन्ध पर भी लॉर्ड का नियंत्रण था।, , प्रश्न ।2 आप किस आधार पर कह सकते हैं कि फ्रांसीसी समाज में अभिजात वर्ग की एक विशेष हैसियत थी।
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उत्तर- संपदा पर स्थायी तौर पर पूर्ण नियंत्रण सैन्य क्षमता बढ़ा पाना, स्वयं का न्यायालय लगा पाना तथा अपनी मुद्रा, प्रचलित कर सकना तथा अपनी भूमि पर बसे सभी व्यक्तियों के मालिक होना।, , प्रश्न 3 भिक्षु, भिक्षुणियों के जीवन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।, , उत्तर- मठों में निवास, प्रार्थना, अध्ययन और कृषि जैसे शारीरिक श्रम का व्रत, खानपान तथा वस्त्र सम्बन्धी निश्चित, नियमों का पालना, , प्रश्न 4 यूरोप में कृषि संबंधी समस्याएं क्या थीं। इन्होंने लॉर्ड तथा कृषक के संबंधों को कैसे प्रभावित किया।, , उत्तर- समस्याएं- लकड़ी का हल, प्रभावहीन फसल चक्र मिट्टी की उर्वरता में कमी, अकालों का पड़ना इन सबने, गरीबों का जीवन दुष्कर बना दिया। संबंध- समस्याओं के बावजूद लार्डों की आय बढ़ाने की इच्छा, किसानों द्वारा, अत्याचार न सहना, निष्क्रिय प्रतिरोध का सहारा लिया।, , प्रश्न ।5 सदी की शुरुआत तक यूरोप का आर्थिक विस्तार धीमा पड़ गया। ऐसा किन कारणों से हुआ?, उत्तर- आर्थिक विस्तार धीमा पड़ने के कारण १3 वीं सदी के अंत तक उत्तरी यूरोप में तेज ग्रीष्म ऋतु का स्थान ठंड़ी ग्रीष्म ऋतु ने ले लिया |, , पैदावार के मौसम छोटे ,तूफानों व सागरीय बाढ़ों से फार्म प्रतिष्ठान नष्ट फलस्वरूप सरकार को करों से कम, आमदनी ,पहले की गहन जुताई के तीन क्षेत्रीय फसल-चक्र से भूमि कमजोर,चरागाहों की कमी से पशुओं की संख्या, में कमी ,जनसंख्या वृद्धि के कारण उपलब्ध संसाधन कम।, , १35-377 यूरोप में भयंकर अकाल, 320 में अनेक पशुओं की मौत।, , ऑस्ट्रिया व सर्बिया की चाँदी की खानों के उत्पादन में कमी। धातु-मुद्रा में कमी से व्यापार प्रभावित।, , दूर देशों से व्यापार करने वाले पोतों के साथ चूड़े आए जो ब्यूबोनिक प्लेग जैसी महामारी का संक्रमण लाए।, लाखों लोग काल ग्रसित,विनाशलीला के साथ आर्थिक मंदी से सामाजिक विस्थापन।, , मजदूरों की संख्या में कमी।, , प्रश्न 6 'शासक अब पिरामिड के शिखर पर नहीं था जहां राजभक्ति आपसी निर्भरता पर टिकी थी वह अब, व्यापक दरबारी समाज और आश्रयदाता अनुयायी तंत्र का केन्द्र बिन्दु था' यूरोप की नई शासन करा संदर्भ में, इस कथन की व्याख्या कीजिए।, , उत्तर-2 वीं व 3 वीं सदी में हुए सामाजिक परिवर्तन नये राजतंत्रों की सफलता का कारण।, जागीदारी व सामंतशाही के विलयन व धीमे आर्थिक विकास से शासक प्रभावशाली।, १5 वीं - 6वी सदी में शासकों का सैनिक व वित्तीय दृष्टि से शक्तिशाली होना।, , शासकों द्वारा विशाल तोपों व बंदूकों से सुसजिलित सेना का गठन। अभिजातों राजसत्ता के केन्द्रीयकरण का विरोध, नये शासकों की गोली की शक्ति प्रदर्शन के समक्ष टुकड़े-टुकड़े। अभिजात वर्ग ने अपने अस्तित्व को बचाने के लिये, स्वयं को राजभक्तों में बदला।, , अब लार्ड जो पहले शासक थे प्रशासनिक सेवाओं में महत्वपूर्ण स्थानों पर। शासकों को शक्तिशाली लोगों का समर्थन, चाहिये था। धन समर्थन का माध्यम। धनी गैर अभिजात (व्यापारी व साहूकार) का दरबार में प्रवेश। राजा को धन, उधार।, , शाही निरंकुशता सामंतवाद का परिष्कृत रूप था।, , प्रश्न 7 ग्यारहवीं शताब्दी में यूरोप में होने वाले विभिन्न प्रौद्योगिकी बदलावों की विवेचना करते हुए चौथे वर्ग के उदय, , पर प्रकाश डालिये।, , उत्तर- लकड़ी के हल के स्थान पर लोहे के भारी नोक वाले हल साँचेदार पटरे का प्रयोग। पशुओं के गले के स्थान पर, , जुआ अब कंधे पर। घोड़े के खुरों पर अब लोहे की नाल का मय कि । कृषि के लिये वायु और जल शक्ति का प्रयोग।, , संपीड़कों व चक्कियों में भी वायु तथा जल शक्ति का प्रयोग। दो खेतों की व्यवस्था के स्थान पर तीन खेतों वाली, , व्यवस्था। कृषि उत्पादन में तेजी से बढ़ोत्तरी। भोजन की उपलब्धता दुगुनी।, , को बाय खेती योग्य का विस्तार चौथे वर्ग का उदय।कृषि के विस्तार के साथ जनसंख्या, व्यापार व नगरों का, ॥ कृषिदास नगरों अकिययर स्वतंत्र नये-नये व्यवसायों से एक चौथे वर्ग का उदय जिनमें व्यापारी, दुकानदार,
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विशिष्ट कौशल वाले साहूकार, वकील, चिकित्सक, अध्यापक आदि।, , प्रश्न 8 फ्रांस के प्रारंभिक सामंती सामाज के दो लक्षणों का वर्णन कीजिए।, उत्तर- फ्रांस के प्रारंभिक सामंती समाज के दो लक्षण निम्नलिखित हैं :, . फ्रांसीसी समाज रूप से तीन वर्गों में विभाजित था - () पादरी, (2) अभिजात वर्ग, (3) कृषक वर्ग। पश्चिमी, , चर्च के अध्यक्ष पोप होते थे तथा कैथोलिक चर्च से संबंध रखते थे। राजा का नियत्रण चचों और पादरियों पर नहीं, रहता था। किंतु तृतीय वर्ग की स्थिति अत्यंत दयनीय था तथा अभिजात वर्ग राजा पर निर्भर रहता था।, , 2. संसार में फ्रांस में सबसे पहले सामंतवाद का उदय हुआ। किसान अपने खेतों पर काम के रूप में सेवा प्रदान करते, थे और जरूरत पड़ने पर वे उन्हें सैनिक सुरक्षा प्रदान करते थे।, , प्रश्न 9 के स्तर में होने वाली लंबी अवधि के परिवर्तनों ने किस प्रकार यूरोप की अर्थव्यवस्था और समाज को, प्रभावित किया?, , उतर - जनसंख्या के स्तर में होने वाली लंबी अवधि के परिवर्तनों ने इस आखार पुर प की अर्थव्यवस्था और समाज, को प्रभावित किया की, कृषि में विस्तार के साथ-ही-साथ उससे संबद्ध तीन क्षेत्रों-जनसंख्या, व्यापार और नगरों का, विकाश हुआ। यूरोप की तत्कालीन जनसंख्या जो 000 ई० में लगभग 420 लाख थी, 200 ई० में बढ़कर 620, लाख और 300 ई० में बढ़कर 730 लाख हो गई। बेहतर आहार के कारण लोगों की जीवन की अवधि बढ़ गई।, 3सदी तक एक औसत यूरोपीय आठवीं सदी की अपेक्षा दस वर्ष ज्यादा जीवन जी सकता ० 280 को बेहतर, भोजन मिलता था इस कारण पुरुषों की अपेक्षा स्त्रियों और बालिकाओं की जीवन अवधि लघु होती थी।, , कृषि का विस्तार वीं शताब्दी में हुआ तथा वह ज़्यादा जनसंख्या का भार सहने में सक्षम हुई तो नगरों की तादाद में, इन: बढ़ोतरी होने लगी। सेवा के बजाय लार्डों को, नगरों में लोग, जिनकी मम वे बसे थे, उन्हें कर देने लगे। नगरों, , कृषक परिवारों के जवान (युवा) सदस्यों को वैतनिक कार्य और लार्ड के नियंत्रण से मुक्ति की अधिक संभावनाएँ, प्रदान कीं। तेरहवीं शताब्दी के अंत तक पिछले तीन सौ वर्षों में च प में तेज ग्रीष्म साल स्थान तीव्र ठंडी ऋतु, ने ले लिया। इस कारण पैदावार की अवधि कम हो गयी तथा ऊँची भूमि पर फसल उगाना हो गया। ऑस्ट्रिया, बर्सर्बिया की चाँदी की खानों के उत्पादन में कमी के कारण धातु में कमी आई और इससे व्यापार प्रभावित हुआ।, इसके अतिरिक्त, 347 और 350 के मध्य लोग प्लेग जैसी महामारी सेब ता तरह ममावित हुए [ए। आधुनिक आकलन, के आधार पर यूरोप की आबादी का करीब 20% भाग इस दौरान काल- हो गया कुछ स्थानों पर मरने, वालों की संख्या वहाँ की जनसंख्या के 40% तक थी। इस प्रकार जनसंख्या में परिवर्तनों के फलस्वरूप यूरोप की, अर्थव्यवस्था और समकालीन समाज प्रभावित हुआ।, , प्रश्न 20 नाइट एक अलग वर्ग क्यों बने और उनका पतन कब हुआ?, , उत्तर - 9वीं सदी आता प में दौरान युद्ध अधिक होते रहते थे। इस युद्ध के लिए शौकिया कृषक सैनिक पर्याप्त नहीं, थे तथा कुशल की जरूरत थी। इसने एक नए वर्ग को पैदा किया जिसे नाइट कहा जाता था। वे लार्ड से, उस तरह संबद्ध थे जैसे लार्ड राजा से संबद्ध था। लार्ड नाइट को उसकी सुरक्षा का वचन तथा जमीन देता था। उसके, बदले में नाइट अपने लार्ड को एक निश्चित धनराशि देता था और युद्ध में उसकी तरफ से लड़ने का वचन देता था।, बारहवीं सदी के शुरुआती वर्षो में नाइट समूह का पतन हो गया।, , प्रश्न 2। मध्यकालीन मठों के प्रमुख कार्य कौन-कौन से थे?, , उत्तर - मध्यकाल में चर्च के अलावा धार्मिक गतिविधियों के केंद्र मठ भी थे।आबादी से दूर मठों का निर्माण किया, जाता था तथा इन मठों में भिक्षु निवास करते थे। वे प्रार्थना करने के साथ-ही-साथ अध्ययन-अध्यापन तथा कृषि, , भी करते थे। मठों का का युख काम एक स्थान से दूसरे स्थान तक धर्म का प्रचार-प्रसार करना था। मठों में अध्ययन के, अतिरिक्त अन्य कलाएँ भी सीखी जाती थीं। हिल्डेगार्ड प्रतिभासंपन्न संगीतज्ञ था। उसने चर्च की प्रार्थनाओं में, सामुदायिक गायन की परंपरा के विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया। 3वीं सदी से भिक्षुओं के कुछेक समूह, जिन्हें, फ्रायर कहते थे, मठों में रहने का फैसला किया। चौदहवीं शताब्दी के प्रारंभिक वर्षों तक मठवाद के महत्व, उद्देश्यों के, बारे कुछ शंकाएँ व्यक्त की जाने लगीं। मठों के भिक्षुओं का कार्य ईश्वर की आराधना करना तथा जनसाधारण, को चर्च के सिद्धांतों के विषय में समझाना था। वे जनसामान्य पके नैतिक जीवन को ऊँचा उठाने का कार्य करते थे।, उन्हें रोगियों की सेवा करने तथा शिक्षित करने का प्रयास करते थे।, , प्रश्न 22 मध्यकालीन फ्रांस के नगर में एक शिल्पकार के एक दिन के जीवन की कल्पना कीजिए और इसका वर्णन
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कीजिए।, , उत्तर - शिल्पकार मूर्ति बनाने में कुशल थे राजा के कहने पर बहुत सुंदर सुंदर मूर्ति बनाते थे।, , वे मूर्ति बनाने की कला में बहुत निपुण थे और पूरे दिन खुशी से ,पुरी तरह से खोए हुए काम मे लगे रहते थे। वैसे उन्हें, जीवन प्राण नजर आते थे इस समय मूर्तिकला का बहुत विकास हुआ।, , प्रश्न 23 फ्रांस के सर्फ और रोम के दास के जीवन की दशा की तुलना कीजिए।, , उत्तर - फ्रांस के सर्फ़ और रोम के दास के जीवन में शोषण की प्रमुखता थी, परन्तु उन दोनों के जीवन-शैली में कुछ, अंतर भी मौजूद थे। रोमन समाज के तीन प्रमुख प्रमुख वर्गों में से सबसे निचला दर्जा दास वर्ग का था, जिसे पूर्णरूप, सामाजिक, राजनीतिक स्वतंत्रता और के अधिकारों से भिन्न रखा गया था तथा उसे सामाजिक न्याय, , की प्राप्ति नहीं थी। रोमन दासों के साथ पशुओं जैसा व्यवहार किया जाता था। उन्हें जीवन की मूलभूत जरूरतों, , से भी वंचित रखा गया था,लेकिन कालांतर में उच्च वर्ग द्वारा उनके प्रति कुछ सहानुभूति भूति दिखलाई गई इसके, साथ-ही-साथ दास-प्रथा का सबसे बुरा प्रभाव वहाँ के समाज पर पड़ा। दासों को रोमन समाज में प्राय: संघर्ष, होते रहते थे। कई बार मनोरंजन के लिए उन्हें जंगली पशुओं के सामने डाल दिया जाता था। दासों की तत्कालीन दशा, बद-से-बदतर थी। फ्रांस में सर्फ़ दास किसान थे तथा यह किसानों का निम्नतम वर्ग था। इनकी समाज में बड़ी संख्या, थी और उन पर कई तरह के प्रतिबंध लगे हुए थे। उदाहरणत : उन्हें अपने मालिकों से खेती के लिए घर भूमि उपज का, एक निश्चित भाग उन्हें देना पड़ता था। सफ़ों को अपने भूस्वामियों के खेतों पर बिना पैसे के काम यानी बेगार करना, पड़ता था। और मजदूरी दिए बिना ही उनसे मकान बनवाये जाते थे, लकड़ी कटवाई-चिराई की जाती थी, पानी भराने, जैसे घरेलू काम भी करवाये जाते थे। यदि वे आजाद या मुक्त होने का प्रयास करते थे तो उन्हें पकड़कर कठोर सजा दी, जाती थी। इस तरह रोमन दासों व फ्रांस के सफ़ाँ की जीवन-शैली में कोई विशेष अंतर नहीं था। हम कह सकते हैं कि, दोनों का जीवन पशु जैसा ही था।, , , , निम्नलिखित अनुच्छेद को पढ़िए और अन्त में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:, बारहवीं सदी में, बिंगेन ने आबेस हिल्डेगार्ड ने लिखा- कौन चरवाहा अपने समस्त पशुओं, गायों, गधों, भेड़ों, बकरियों, का कोई अंतर किए बिना एक अस्तबल में रखने की सोचेगा? इसलिए मध्य में अंतर स्थापित करना आवश्यक है, जिससे वे एक दूसरे को तबाह न करे..... ईश्वर अपने रेवड़ में अंतर रखता है चाहे स्वर्ग पर अथवा पृथ्वी पर। उसके द्वारा, सबको प्यार मिलता है परंतु उनमें कोई समानता नहीं है।, , प्रश्न, लेखक इस लेख द्वारा किस अवधारणा पर बल डाल रहा है? (3), , तत्कालीन समाज मुख्य रूप से कौन-कौन से वर्गों में बंटा था? (2), , लेखक का नाम बताइये। (), , मनुष्यों में अंतर रखना क्यों आवश्यक था? (2), , निम्नलिखित अनुच्छेद को पढ़िए और अन्त में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:, “अगर मेरे प्यारे लॉर्ड को काट दिया जाता है, उसकी तकदीर का मैं भागीदार बनूंगा, अगर वह लटका दिया जाता है, , तब मुझे भी उसके साथ लटका दें, अगर उसे अग्नि दंड दिया जाता है तो मैं भी उसके साथ जल जाऊंगा; और अगर, , तह जाए।” तेरहवीं सदी में गाई जाने वाली फ्रांसीसी कविता 'ड्ून दे मयान्स' जो नाइटों के साहस की याद, त्ती है।, , प्रश्न, उपरोक्त पंक्तियां किस वर्ग से संबंधित हैं? (2), , ये पंक्तियों उल्लेखित वर्ग के किस गुण पर प्रकाश डाल रही हैं। (2), , इन पंक्तियों के आधार पर आप लॉर्ड और नाइट के संबंधों के विषय में क्या कह सकते हैं? (4)
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निम्नलिखित अनुच्छेद को पढ़िए और अन्त में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:बेनेडिक्टीन (89200०॥॥0) मठों में भिक्षुओं के लिए एक हस्तलिखित पुस्तक होती थी जिसमें नियमों के 73 अध्याय, थे। इसका पालन भिक्षुओं द्वारा कई सदियों तक किया जाता रहा।, , , , पुस्तक के कुछ नियम इस प्रकार है, अध्याय 6: भिक्षुओं को बोलने की आज्ञा कभी-कभी ही दी जानी चाहिए।, अध्याय 7: बिनम्नता का अर्थ है आज्ञा पालना, , अध्याय 33: किसी भी भिक्षु को निजी संपत्ति नहीं रखनी चाहिए।, , अध्याय 47: आलस्य आत्मा का शत्रु है, इसलिए भिक्षु और भिक्षुणियों को निश्चित समय में शारीरिक श्रम और निश्चित, घंटों में पवित्र पाठ करना चाहिए।, , अध्याय 48: मठ इस प्रकार बनाने चाहिए कि आवश्यकता की समस्त वस्तुएँ- जल, चक्की, उद्यान, कार्यशाला सभी, उसकी सीमा के अंदर हों।, , प्रश्न-अध्याय 47 में भिक्षु व भिक्षुणियों के लिए क्या आदेश है? (2), , निजी सम्पत्ति संबंधी नियम किस अध्याय में दिया गया है? (), , मठ किस प्रकार बनने चाहिये? (2), , भिक्षु व भिक्षुणियों के लिये लिखे गये किन्हीं तीन नियमों का उल्लेख कीजिये। (3), मानचित्र कार्य-], , दिये गये पश्चिमी यूरोप के मानचित्र में निम्नलिखित स्थानों को अंकित कीजिए।, जर्मन राज्य, इटली, इंग्लिश चैनल, आस्ट्रिया, पुर्तगाल