Page 1 :
स्ववृत्त (बायोडाटा) लेखन, स्ववृत्त व्यक्ति के पहचान का एक माध्यम है। यह किसी नौकरी, पद आदि के आवेदन के साथ प्रस्तुत किया जाता है। जिसमें व्यक्तिगत जानकारी उपलब्ध कराई जाती है। आवेदक का जन्म , शैक्षणिक योग्यता ,अंक , प्रतिशत ,कार्य अनुभव आदि सभी समाहित होते हैं।, विशेषताएँ :, कोई भी लेखन कला करते समय उसकी बारीकियों को विशेष ध्यान दिया जाए तो निश्चित रूप से वह विशेषता के दर्जे में सम्मिलित हो जाता है। स्ववृत्त के साथ भी ऐसा ही है।, एक अच्छे और विशेषताओं से युक्त स्ववृत्त में जन्म से लेकर शैक्षणिक योग्यता , प्रतिशत , अंक , वर्ष , कॉलेज , विद्यालय का नाम आदि विस्तृत रूप से सुव्यवस्थित ढंग से लिखा जाना चाहिए।, लेखन करते समय उसकी शुद्धता और स्पष्टता का ध्यान रखा जाना चाहिए।, स्ववृत्त में ईमानदारी होनी चाहिए। किसी भी प्रकार के झूठे दावे या अतिशयोक्ति से बचना चाहिए।, अपने व्यक्तित्व , ज्ञान और अनुभव के सबल पहलुओं पर जोर देना चाहिए।, कार्येत्तर गतिविधियों का उल्लेख अन्य उम्मीदवारों से अलग पहचान दिलाने में समर्थ होता है।, इन सभी विशेषताओं से अच्छे स्ववृत्त की रचना की जा सकती है।, उदाहरण :, नाम – सुरेश ठाकुर, पिता का नाम – राम प्रकाश ठाकुर, माता का नाम – सुनीता ठाकुर, जन्मतिथि – 30 जुलाई 1992, वर्तमान पता – 302 गोल मार्केट, नई दिल्ली, 11001, दूरभाष – 011 -2254565, मोबाइल संख्या – 0000546, ईमेल – sureshthakur@……, शैक्षणिक योग्यता, अन्य योग्यताएँ, कंप्यूटर में 1 वर्ष का डिप्लोमा, मैकेनिकल इंजीनियरिंग में 6 माह का डिप्लोमा, हिंदी, अंग्रेजी, जर्मनी, स्पेनिश भाषा की जानकारी।, योगा के क्षेत्र में 6 माह का प्रशिक्षण।, उपलब्धियाँ –, विद्यालय स्तर पर एनसीसी में उच्च प्रशिक्षण।, भारत को जानो प्रतियोगिता में राज्य स्तर पर द्वितीय पुरस्कार, गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने का पुरस्कार, कार्येत्तर गतिविधियाँ और अभिरुचियाँ –, योगाभ्यास, क्रिकेट, शास्त्रीय संगीत- गायन, वादन में विशेष रूचि।, सांस्कृतिक कार्यक्रम को आयोजन करने का अनुभव तथा रुचि।, आधुनिक तकनीकों का प्रयोग सीखना तथा समाज के लिए उपयोगी बनाना।