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4. संचार की प्रक्रिया में बाधा किस कारण पहुँचती है? स्पष्ट कीजिए।, , उत्तर वास्तविक जीवन में संचार प्रक्रिया कभी-कभी अधिक सुचारु रूप से, नहीं चल पाती। उसमें कई बाधाएँ उत्पन्न हो जाती हैं। इन बाधाओं, को शोर (नॉयज) कहते हैं। संचार कौ प्रक्रिया में शोर से बाधा, 'पहुँचती है। यह शोर किसी भी किस्म का हो सकता है। वह, मानसिक, तकनीकी या भौतिक शोर भी हो सकता है। शोर के कारण, संदेश अपने वास्तविक अर्थ में प्राप्तकर्ता तक नहीं पहुँच पाता।, सफल संचार के लिए संचार प्रक्रिया से शोर को हटाना या कम, करना बहुत आवश्यक है।, , 5. संचार के कौन-कौन से कार्य है?, उत्तर हम अपने दैनिक जीवन में संचार का प्रयोग बहुतायत से करते हैं।, संचार के निम्नलिखित कार्य हैं, , * आवश्यकता पूर्ति मनुष्य अपने दैनिक जीवन में अपनी, आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए संचार का प्रयोग करता है,, जैसे एक व्यक्ति अपने मित्र से पुस्तकें माँगने के लिए संचार का, प्रयोग करता है।, , * समस्या पूर्ति व्यक्ति अपनी समस्याओं व चिन्ताओं को दूर करने, के लिए संचार का प्रयोग अपने किसी प्रियजन की, मित्र की, सहायता लेने के लिए करता है।, , * सामाजिक संपर्क व्यक्ति अपने आपसी जीवन में सामाजिक, संपर्क बढ़ाने हेतु संचार का प्रयोग करता है, जैसे-किसी समूह से, अपना संपर्क साधता।, , * अभिव्यक्ति प्रदान करना जब हम अपनी भावनाओं, विचारों व, संदेशों को सामाजिक अभिव्यक्ति का माध्यम बनाते हैं। तब हमें, संचार का प्रयोग करना होता है।, , * नियन्त्रण स्थापित करना संचार के माध्यम से मानवीय जीवन में, किसी के व्यवहार को नियंत्रित करने का प्रयत्न किया जाता है।, जैसे कक्षा में अध्यापक अपने विद्यार्थियों को अनुशासन में रहने, के लिए संचार का प्रयोग करते हैं।, , * भूमिका निर्वहन संचार के माध्यम से व्यक्ति अपनी किसी, भूमिका को पूरा करता है। जैसे एक अध्यापक अपने विद्यार्थियों, को 08 से सम्बन्धित ज्ञान देकर अपनी भूमिका का निर्वहन, करता है।, , 6. जनसंचार को परिभाषित कीजिए।, उत्तर जनसंचार का सामान्य अर्थ लोगों के आपस में विचार, सूचनाओं या, , जानकारी तथा भावनाओं का संकेतों द्वारा आदान-प्रदान से है।, जनसंचार (14088 (१00॥॥1४॥४2०/०॥) शब्द की उत्पत्ति लैटिन, भाषा के '000101४॥/४' शब्द से हुई है, जिसका अर्थ है--किसी, बात या विषय को सबके लिए साझा करना, जबकि, (0/४0४४४४12०/०॥ अथवा संचार का सामान्य अर्थ ऐसी प्रक्रिया, से है, जिसके द्वारा किसी भाव अथवा विचार को दूसरों तक, पहुँचाया जाता है। साधारणत: संचार शब्द किसी बात को आगे, बढ़ाने, चलाने या फैलाने के लिए उपयुक्त होता है।, , एमर्जी एलट एजी के अनुसार, “जनसंचार विचारों एवं सूचनाओं के, आदान-प्रदान का एक माध्यम है।!, , एबी सबतुगम के अनुसार, “ज्ञान, अनुभव, संवेदना, विचार और, , यहाँ तक कि अस्तित्व में होने वाले अभिन्न परिवर्तनों की साझेदारी, , ही संचार है और साझेदारी की यह प्रक्रिया संचार प्रक्रिया है।”, , $, 7. जनसंचार माध्यमों के सकारात्मक प्रभाव बताह ॥, उत्तर प्रत्येक व्यक्ति का जीवन, , उत्तर जनसंचार माध्यमों के तकारात्मक अभावों का विश्लेषण निम्न है, , उत्तर संचारक सूचना के संचार में संचारक की भूमिका मुख्य होतो है।, की प्रस्तुति एवं उसकी प्रभावशीलता संचारक या प्रेषक की प्रकृति पर, निर्भर करती है। 5203. हे की प्रतिभा एवं साख जनसंचार कौ प्रभावशोलता, में वृद्धि कर देते में प्रभावशीलता संवाद को अच्छी प्रकार से, , संचार माध्यमों से (8 है। प्रात: काल लोग, सर्वप्रथम अखबार के माध्यम से देश-विदेश में होने वाली, 1228. की सूचना प्राप्त करते हैं। दिन भर की ख़बरें रेडियो, टोवो व, इंटरनेट द्वारा प्राप्त की जाती हैं। खरीददारी करने के लिए इंटरनेट का, है । जाता है।, ६८७ 0. बिल का भुगतान करते, मनोरंजन करने, धर्म सम्बन्द, आ्रप्त करते के लिए जनसंचार माध्यमों का प्रयोग किया जाता है, आज के समय में ही घर बैठे-बैठे ही सभी कार्य इंटरनेट की सहायता मे, सम्पल हो जाते हैं। वृद्ध तया असहाय लोगों के लिए तो आधुनिक, जनसंचार माध्यम वरदान सिद्ध हो रहे हैं। इन माध्यमों ने मानव जीवन को, सुविधापूर्ण बना दिया है।.., 8. जनसंचार माध्यमों के नकारात्मक प्रभावों का विश्लेषण कीजिए।, , , , , , , , « जनसंचार माध्यमों द्वारा समाज में असामाजिक तत्त्वों में वृद्धि, , « इन माध्यमों के द्वारा काल्पनिकता और लुभावनी भाषा के द्वारा लोगों को, भ्रमित करने का प्रयास किया जाता है जिस कारण लोगों के व्यवहा मे, परिवर्तन आया है।, , « जनसंचार माध्यमों द्वारा अश्लीलता में वृद्धि हुई है।, , « बच्चों व युवावर्ग में जनसंचार माध्यमों के द्वारा पेश कौ जा रहो, आधुनिक उपभोक्तावादी जीवन शैली का गहरा प्रभाव पड़ा है।, , अत: हमें जनसंचार माध्यमों द्वारा प्रकाशित व प्रसारित की जा रही साय, को निष्क्रिय रूप में ग्रहण नहीं करना चाहिए अपितु इस पर सोच-विचाः, करके तथा इसका आलोचनात्मक विश्लेषण करने के बाद ही स्वीकार, करना चाहिए।, , 9. जनसंचार के प्रमुख घटक संचारक व संदेश को समझाइए।, , , , , , तैयार करने, प्रेषित प्पः अच्छे लेखन एबं बाक् प्रस्तुति (बोलने) से, आती है।, जनसंचार माध्यमों की जटिलता के कारण संचारक अकेले कार्य न काके, सामूहिक प्रयास के द्वारा संचार माध्यम से संदेश संचारित करते हैं।, उदाहरण के लिए समाचार-पत्र में सूचना के संचार में संपादक,, सह-संपादक, रिपोर्टर, फोटोग्राफर, प्रिंटर इत्यादि अनेक लोगों का योगदात, होता है। इस प्रकार जनसंचार में एक समय में एक से अधिक संचारक, कार्य करते हैं। ), संदेश जनसंचार में संदेश एक मिश्रित जनसमूह के लिए होता है, इसलिए, इसकी विषय-वस्तु का चयन एवं विवेचन सामान्य प्रापक को ध्यान में, रखकर किया जाता है। संदेश के अंतर्गत संदेश की भाषा, अर्थ, संदर्भ,, स्वरूप इत्यादि महत्त्वपूर्ण अवयब होते हैं।, संदेश का प्रभाव प्राय: दो रूपों में देखने को मिलता है, , 1. सकारात्मक संदेश सकारात्मक संदेश से अभिप्राय उस संदेश से है, जे, , प्रापक को आकर्षित करता है।, , 2. नकारात्मक संदेश नकारात्मक संदेश प्रापक्त को आकर्षित नहीं करे, और वे आलोचनात्मक भी होते हैं।
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करना जनसंचार माध्यम विभिन्न सूचनाओं के माध्यम, हि गा सा यहाँ शिक्षित करने का तात्पर्य हे, “दुनिया के वर्तमान स्वरूप से परिचित, प्रति सजग बनाने से है। "जा, जन करना पा ह जनसंचार के माध्यम; जैसे-सिनेमा, वीडियो इंटरनेट आदि मनोरंजन के प्रमुख साधन हा, गी करना लोकतान्त्रिक समाज में जनसंचार के माध्यम, व संस्थाओं के काम-काज पर निगरानी रखते हैं तथा, या सरकार द्वारा लिए गए गलत निर्णयों से जनता को, त कराते हैं।, , तय करना जनसंचार माध्यम सूचनाओं और विचारों के, किसी देश और समाज का एजेंडा तय करते हैं।, [-विमर्श का मंच जनसंचार माध्यम लोकतंत्र में विचारों को, यक्ति का मंच उपलब्ध कराते हैं।, , क (प्रतिपुष्टि) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।, र में प्रतिपुष्टि कौ अपनी भूमिका है। इसमें फीडबैक धीमा, मज़ोर या देर से मिलने वाला होता है। उदाहरणार्थ, संपादक, समाचार-पत्र के प्रति लोगों कौ प्रतिक्रिया तुरंत नहीं जान पाता।, था रेडियो द्वारा प्रसारित कार्यक्रम में प्रस्तुतकर्ता यह नहीं जान, $ दर्शक ने कार्यक्रम पूरा देखा या बीच में ही छोड़ दिया।, पि प्रापकों के पत्र समय-समय पर प्राप्त होते रहते हैं, लेकिन, नकी संख्या बहुत कम होती है। जनसंचार में फीडबैक समय-समय, [ प्राप्त होता रहे, इसके लिए आवश्यक है कि समय-समय पर, सवें कराया जाए अन्यथा फीडबैक के अभाव में मीडिया, सर होती जाती है।, , कम के वर्तमान समय में कौन-कौन से रूप, , , , , , , , , , , , , , , , , , , र माध्यम के वर्तमान में दो प्रचलित रूप हैं, , 'माध्यम जब कोई संदेश मुद्रित होकर अर्थात् छपकर समाज, 'एक विशाल वर्ग तक पहुंचता है तो उसे मुद्रित माध्यम के जरिए, ने बाला जनसंचार कहा जाता है। इसमें समाचार पत्र-पत्रिकाएँ, दि आती हैं।, , , , , , , , , 2. इलेक्ट्रॉनिक माध्यम संदेश का प्रर, माध्यम के द्वारा किया जाता है। तब ' ला, जाता है। इसमें टीवी, रेडियो, सिनेमा,, सामान्यतया दो भागों में बाँटा जाता है 30%., 0) श्रव्य संचार माध्यम इसमें मुख्यतः रेडियो व टेलीफोन, रेडियो विद्युत तरंगों के माध्यम से कार्य करता है। रेडियो के, माध्यम े सूचना शिक्षित व अशिक्षित सभी लोगों तक, पहुँचती है। भ, , (0) दृश्य संचार माध्यम इसके अंतर्गत दूरदर्शन, सिनेमा, इंटरनेट,, वी.सी.डी., टेलीप्रिंटर, फैक्स, ई-मेल आदि आते हैं। केबल, टी.वी. भी दृश्य संचार माध्यमों की सूची में माना जाता, संचार का अत्यधिक शक्तिशाली व लोकप्रिय माध्यम है।, , 13. जनसंचार माध्यम में द्वारपाल (गेट कीपर) की क्या भूमिका है?, , उत्तर जनसंचार माध्यमों में द्वारणल से आशय है-वह व्यक्ति अथवा व्यक्तियों, का समूह जो जनसंचार माध्यमों में प्रकाशित या प्रसारित होने बाली सामग्री, को नियंत्रित व निर्धारित करता है। जनसंचार माध्यमों अनेक द्वारपाल कार्य, करते हैं। जनसंचार माध्यमों में कार्य करने वाले द्वारपल ही यह तय करते, हैं कि कहाँ किस तरह की सामग्री प्रकाशित या प्रसारित की जाएगी,, जैसे-किसी समाचार-पत्र में संपादक, सहायक संपादक तथा उपसंपादक, तय करते हैं कि समाचार-पत्र में क्या छपेगा, कितना छपेगा और किस, तरह छपेगा।, इसी तरह टी. वी. में भी द्वारपाल होते हैं जो इसमें प्रसारित होने वाली, सामग्री का निर्धारण करते हैं। यह द्वारपालों की ही जिम्मेदारी होती है कि, वे सार्वजनिक हित, पत्रकारिता के सिद्धान्तों, मूल्यों और आचार संहिता के, अनुसार सामग्री का संपादन करें तथा उसके बाद ही उसके प्रकाशन या, प्रसारण की आज्ञा दे।, , 14. इंटरनेट क्या है? यह कैसे कार्य करता है?, , उत्तर इंटरनेट तेज गति वाला जनसंचार का माध्यम है। यह जनसंचार का, आह माध्यम है। इसका संवहन मुख्यत: कम्प्यूटर के माध्यम से, होता है। यह एक ऐसा बहुआयामी इलेक्ट्रॉनिक माध्यम है, जो अत्यधिक, तेज गति से सर्वाधिक सशक्त माध्यम बनता जा रहा है।, इंटरनेट सूचनाओं का सम्प्रेषण व वितरण तो करता ही है, साथ-साथ, मनोरंजन, ज्ञान तथा व्यक्तिगत, संवादों का प्रसारण भी करता है। ई-मेल, इंटरनेट की महत्त्वपूर्ण प्रक्रिया है। ई-मेल के माध्यम से आपसी सम्प्रेषण, की क्रिया को दिशा प्रदान की जाती है। इंटरनेट में प्रिंट मीडिया, रेडियो,, टेलीविजन, किताब, सिनेमा, यहाँ तक कि पुस्तकालय के सारे गुण मौजूद, हैं। यह एक अन्तर क्रियात्मक माध्यम है।
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वर्णनात्मक प्रश्न, , 1. पत्रकारिता क्या है?, , उत्तर देश-विदेश, विश्व में घटने वाली घटनाओं, समाचारों का संकलन,, संपादन और प्रकाशन पत्रकारिता है। पत्रकारिता का विकास मनुष्य की, जिज्ञासा को शान्त करने के प्रयास के रूप में हुआ। खबरों-सूचनाओं, का संकलन, संपादन करके पाठकों तक पहुँचाना पत्रकारिता का एक, महत्त्वपूर्ण अंग है। इसमें समाचारों को रोचक व ज्ञानवर्द्धक तरीके से, अस्तुत करना तथा किसी विषय-विशेष पर लेख अथवा संपादकीय लेख, लिखना सम्मिलित है। पत्रकार देश-दुनिया में घटित होने वाली घटनाओं, को समाचार के रूप में परिवर्तित करके हम तक पहुँचाते हैं। सबसे, पहले वे सूचनाओं का संकलन करते हैं फिर उन सूचनाओं को, , प्रत्येक 8/2 अंक |
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वित नहीं होने देना चाहिए।, ! संगठन से जुड़े पत्रकार को, , भाव से घटना को प्रस्तुत, , ठन की साख बनाती है।, , क पक्ष शामिल होते हैं, , | में टकराव हो तो, , 1 आवश्यक हो जाता है।, , धत पक्षों को अपने, , में शामिल कौ गई, स्रोत होना आवश्यक है, ने का अधिकार होना, , ३, की, , से है जिसमें फैशन,, नोगों के निजी जीवन के, "पत्र तीसरे पृष्ठ पर, , के नाम से पुकारा, ऐसी खबरें