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अध्याय 10, प्रकाश - परावर्तन तथा, अपवर्तन, 1065CH10, म इस संसार में अपने चारों ओर अनेक प्रकार की वस्तुएँ देखते हैं । तथापि, किसी, अँधेरे कमरे में हम कुछ भी देखने में असमर्थ हैं । कमरे को प्रकाशित करने पर चीजें, दिखलाई देने लगती हैं। वह क्या है जो वस्तुओं को दृश्यमान बनाता है। दिन के समय, सूर्य का प्रकाश वस्तुओं को देखने में हमारी सहायता करता है । कोई वस्तु उस पर पड़ने, वाले प्रकाश को परावर्तित करती है । यह परावर्तित प्रकाश जब हमारी आँखों द्वारा ग्रहण, किया जाता है, तो हमें वस्तुओं को देखने योग्य बनाता है। हम किसी पारदर्शी माध्यम के, आर-पार देख सकते हैं क्योंकि प्रकाश इसमें से पार (transmitted) हो जाता है। प्रकाश, से संबद्ध अनेक सामान्य तथा अद्भुत परिघटनाएँ हैं; जैसे-दर्पणों द्वारा प्रतिबिंब का बनना,, तारों का टिमटिमाना, इंद्रधनुष के सुंदर रंग, किसी माध्यम द्वारा प्रकाश को मोड़ना आदि।, प्रकाश के गुणों का अध्ययन इनके अन्वेषण में हमारी सहायता करेगा।, अपने चारों ओर कुछ सामान्य प्रकाशिक परिघटनाओं को देख कर हम यह निष्कर्ष, निकाल सकते हैं कि प्रकाश सरल रेखाओं में गमन करता प्रतीत होता है। यह तथ्य कि, एक छोटा प्रकाश स्रोत किसी अपारदर्शी वस्तु की तीक्ष्ण छाया बनाता है, प्रकाश के एक, सरलरेखीय पथ की ओर इंगित करता है, जिसे प्राय: प्रकाश किरण कहते हैं।, यदि प्रकाश के पथ में रखी अपारदर्शी वस्तु अत्यंत छोटी हो तो प्रकाश सरल रेखा में चलने, की बजाय इसके किनारों पर मुड़ने की प्रवृत्ति दर्शाता है- इस प्रभाव को प्रकाश का विवर्तन कहते, हैं। तब वह प्रकाशिकी जिसमें सरलरेखीय व्यवहार के आधार पर किरणों का उपयोग करते हैं, असफल होने लगती हैं। विवर्तन जैसी परिघटनाओं की व्याख्या करने के लिए प्रकाश को तरंग के, रूप में माना जाता है जिसका विस्तृत अध्ययन आप उच्च कक्षाओं में करेंगे। पुन, 20वीं शताब्दी, के प्रारंभ में यह स्पष्ट हो गया कि प्रकाश की द्रव्य के साथ अन्योन्यक्रिया के विवेचन में प्रकाश, का तरंग सिद्धांत अपर्याप्त है तथा प्रकाश प्रायः कणों के प्रवाह की भाँति व्यवहार करता है । प्रकाश, की सही प्रकृति के बारे में यह उलझन कुछ वर्षों तक चलती रही जब तक कि प्रकाश का, आधुनिक क्वांटम सिद्धांत उभर कर सामने नहीं आया जिसमें प्रकाश को न तो ' तरंग' माना गया न, ही 'कण'। इस नए सिद्धांत ने प्रकाश के कण संबंधी गुणों तथा तरंग प्रकृति के बीच सामंजस्य, स्थापित किया।, 2021-22, यह भी जानिए!