Page 1 :
की. 2 5शाशा[ फ, , , , है), , , , "बि' तथा 'ज्ञापन॥ 'वि' का अर्थ है- “विशिष्ट' तथा ', , विज्ञापन शब्द दो शब्दों से मिलकर बना हैका हिंदी पर्याय है, जो यह बताता है कि गश केक, पिन जो, , है- सूचना। “विज्ञापन' अंग्रेज़ी के 460श15थ7॥था। शब्द, का ऐसा सशक्त माध्यम है, जिसका प्रयोग कोई व्यापारिक संस्थान अपने उत्पाद को विक्रय करने के क्त्र मो, , विज्ञापन का मूल उद्देश्य इसके माध्यम से उत्पादक को लाभ पहुँचाना होता है। यह एक ऐसा कक, "है, , औज़ार है, जो वस्तु की बिक्री में व्यापारी की मदद तो करता ही है, साथ ही उपभोक्ता की भी कवर कि, करता है। वस्तु-निर्माता यह जानता है कि इतने अधिक उपभोक्ताओं तक पहुँचने का सबसे सरल 8 मे, मार्ग 'विज्ञापन' का है। यदि विज्ञापन ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को सामान खरीदने के लिए प्रोत्साहित करेग मिले, खुद-ब-खुद बढ़ जाएगी। ऐसी स्थिति में निर्माता उस वस्तु विशेष के मूल्य में कमी कर सकता है, निएय, कै, लाभ उसके उपभोक्ता को मिल सकेगा। मेज, , इस तरह यह कहा जा सकता है कि एक प्रभावी विज्ञापन वही है, जो उत्पाद बेचनेवाले और से, दोनों को ही आर्थिक लाभ पहुँचाता है। हु, , आकर्षक विज्ञापनों के लिए ध्यान रखने योग्य बातें4. उपभोक्ताओं की मनःस्थिति के अनुरूप विज्ञापन- उपभोक्ताओं की अवस्था, मानसिक स्तर, शैप्षिक ज, , अपेक्षाओं आदि को ध्यान में रखकर विज्ञापन तैयार किए जाने चाहिए।, 2. विज्ञापनों में चित्रों का प्रभाव- 'चित्र' भावों को प्रभावी ढंग से व्यक्त करते हैं। अत: विज्ञापोों को गेल, तथा आकर्षक बनाना चाहते हैं तो चित्रों का अधिक से अधिक प्रयोग होना चाहिए। |, 3. विज्ञापनों में रंगों का प्रभाव- काले-सफ़ेद विज्ञापनों की बजाए रंग-बिरंगे विज्ञापन अधिक आकर्षक होते है |, क्योंकि रंगों का व्यक्तियों पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है।, 4. विज्ञापनों के प्रति रुचि तथा ध्यान- विज्ञापन ऐसे हों, जिनमें उपभोक्ता पूरी रुचि ले सके। इस, विज्ञापन का स्वरूप, विज्ञापन का आकार, विज्ञापन का रंग, विज्ञापन के चित्र, विज्ञापन में नवीनता,, , की गति, विज्ञापन की अवधि सभी मिलकर उपभोक्ता के मन पर असर डालते हैं।, , सफल विज्ञापन: के गुण, एक सफल विज्ञापन के निम्नलिखित प्रमुख गुण होते हैं- 1. रोचकता- सफल विज्ञापन में पहले वाक्य से अंतिम वाक्य तक विज्ञापनों की भाषा रोचक होनी चाहिए व, , कल्पना-शक्ति के आधार पर रोचक शब्दों का प्रयोग होना चाहिए।, 2. विशिष्टता- विज्ञापन की प्रस्तुति 'विशिष्ट' होनी चाहिए; जैसे-- 'डेबू' की छोटी कार ' मैटीज़' का कितात, गीत की इस पंकित से शुरू होता है- 'दिल है छोटा सा, छोटी सी आशा' जो विज्ञापन को रोचक और, , बना देता है। ", सरलता- विज्ञापन जितने सरल होंगे, उतने ही अधिक संप्रेषणीय होंगे। आम आदमी भी विज्ञापन के, , को समझ ले, सरलता का ऐसा गुण विज्ञापन में होना चाहिए।, , संक्षिप्तता- 'संक्षिप्तता' विज्ञापन का प्रमुख गुण है। आज के व्यस्त जीवन में लंबे विज्ञापन पहने की, , के पास समय नहीं है। अत: विज्ञापनों में 'गागर में सागर' भरने की कहावत चरितार्थ होनी चाहिए।, , ,, विश्वसनीयता- विज्ञापन के कथ्य या संदेश पर उपभोक्ता सहज रूप से विश्वास कर से, आवश्यक है। अत; विज्ञापन की इस तरह की अभिव्यक्तियाँ होनी चाहिए, जो ग्राहक के मन में (र्स, , प्रति विश्वास जगा सकें; जैसें- 'पहले इस्तेमाल करें, फिर विश्वास करें।', , कु
Page 2 :
संगत होनी चाहिए। विज्ञापन संदेश, कर का का लिज्ञापक/लैखत मे विज्ञापन स के अनुसार भाषा का प्रयोग अपेक्षित है।, ८ ४ व्हल की ककित"कर सके) आश्चर्य त्कार उत्पन्न करनेवाले भाव होने चाहिए,, * अर्थ द्षापत _विज्ञापनों के प्रकार ) हर न न उतत +कतस0 विज्ञापनों के प्रकार, के मादा हे, प्ी,बी.' रो रा ध्यान जे, , रखा जाना आवश्यक हू." का आलेख तैयार करते समय निम्नलिखित, बिंदु: विषय को केंद्र में रखते हुए, विज्ञापित अत के विशिष्ट गुणों का उल्लेख, , 4. लेखन शैली, 0 अत में जयापन, वर्तमान से जा तथा दूसरों से भित्रता, , * में आवश्यकतानुसार नारे ( स्लोगन ) का उपयोग, हि शाप लेखन में बॉक्स, चित्र अथवा रंग का उपयोग अनिवार्य नहीं), $, , के आधार पर विज्ञापन3 वस्तुओं या सेवाओं के विज्ञापन-ये विज्ञापन किसी वस्तु या सेवा (5०७४००) की प्रतिष्ठा या बिक्री, छान के लिए बनाए जाते हैं। बाज़ार में उपलब्ध अधिकांश विज्ञापन इसी श्रेणी में आते हैं। इन विज्ञापनों में, हु था सेवा के गुणों, मूल्य आदि की जानकारी तो रहती ही है, साथ ही ग्राहकों को ख़रीद के लिए प्रेरित भी, वा जाता है। इन विज्ञापनों का उद्देश्य “ब्रांड” नाम की पहचान कराना है।, विज्ञापनों में भरपूर अनुनय (?८४08»ं००) होता है। इन विज्ञापनों द्वारा उन व्यक्तियों को उत्प्रेरित किया जाता, जे अभी तक उस वस्तु का प्रयोग नहीं कर रहे होते हैं; जैसे- टूथपेस्ट के विज्ञापन द्वारा लाखों ग्रामीण लोगों, ट्थपेस्ट खरीदने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।, विज्ञापकर्ता की यह कोशिश होनी चाहिए कि वह विज्ञापनों के माध्यम से उपभोक्ताओं को अपने ब्रांड की, , (खौंचे, जो किसी अन्य ब्रांड का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसा करने के लिए वह अपने विज्ञापनों में तुलनात्मक, ज्ञा पर ज़ोर देता है; जैसे