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हा, भारत की ये बहादुर बेटियाँ, , (फीचर), , , , ० भावपरक अभिव्यक्ति ७ महत्त्वपूर्ण या पसंदीदा, , व्यक्तित्वों पर लेखन, , # स्त्री-विरोधी स्थिति की पहचान और उसका प्रतिकार, » स्त्री-वेशिष्ट्य की पहचान, ७ समाज के लिए नारी-शक्ति की उपयोगिता का उल्लेख, , , , * भारत की ये बहादुर, , बेटियाँ' पाठ में /* ५ /#*, कल्पना चावला हे, , तथा बचेंद्रीपाल के ्र, बारे में बताया गया, है। विभिनन क्षेत्रों में, आदर्श स्थापित करने, वाली महिलाओं- लता मंगेशकर, पी.टी. उषा, सरोजिनी, नायडू तथा अरुणा आसफ अली की चर्चा भी है।, कल्पना चावला का जन्म हरियाणा के करनाल में एक, व्यापारी परिवार में हुआ था। ग्यारहवीं कक्षा में अंतरिक्ष, यान के बारे में जानकारी होने पर वे अंतरिक्षविज्ञानी, बनने के सपने देखती रहीं। लगातार परिश्रम तथा लगन, से विदेशों में उच्च शिक्षा प्राप्त कर अंतरिक्ष वैज्ञानिक, बन गईं और उन्हें कोलंबिया मिशन के लिए चुनकर, विशेषज्ञ बना दिया गया। दूसरी बार अमेरिकी अंतरिक्ष, यान के अभियान दल में शामिल हो अंतरिक्ष से वापस, आते समय 1 फरवरी, 2003 को यान में विस्फोट हो, जाने के कारण उनकी मृत्यु हो गई।, , बचेंद्रीपल साहस की पर्याय हैं। इनका जन्म एक, साधारण परिवार में हुआ था। बचपन से ही पहाड़ों पर, चढ़ना अच्छा लगता था, लेकिन लड़की होने के कारण, इन्हें रोका जाता था। अवरोध से उनकी इच्छा और दृढ़, होती गई। पढ़ाई-लिखाई के दौरान् 'कालानाग', “गंगोत्री, ग्लेशियर' तथा 'रूड गैरा' की चढ़ाई करती रहीं,, , , , , , जिससे उनका विश्वास बढ़ता रहा। दिल्ली में तेनजिंग, , , , नोगें तथा जुके तांबी से मिलकर उनका संकल्प और, दृढ़ हुआ और अंततः एवरेस्ट के शिखर पर झंडा, 'फहरा दिया। साहस और आत्मविश्वास से हर कठिन, काम संभव है।, , सुख्य बिंदु, , ० भारतीय स्त्रियों की शक्ति, लगन तथा उत्साह का, परिचय मिलता है।, , ७० जीवन के विभिन क्षेत्रों में उम्दा प्रदर्शन करने, वाली महिलाओं की जानकारी मिलती है।, , ७० वर्तमान समाज में स्त्रियों की सजगता को समझा, जा सकता है।, , ७० स्त्रियों के संघर्ष तथा उनकी पहचान को दर्शाया, गया है।, , ७० स्त्रियों की शारीरिक, मानसिक तथा भावनात्मक, सबलता को बताया गया है।, , ० उनकी उपलब्धियों से प्रेरणा मिलती है।, , , , , , आइए समझें, , ७० प्राचीन काल में गार्गी, मैत्रेयी, गौतमी आदि नारियाँ, पुरुषों के बराबर बैठ समाज के निर्माण में सहयोग, करती थीं।, , ७. स्वाधीनता-संघर्ष में भीकाजी कामा, सरोजिनी नायडू,, अरुणा आसफ् अली आदि नारियों ने पुरुषों के, साथ मिलकर आज्ञादी की लड़ाई लड़ी।, , ७० राजनीति, प्रशासन, व्यापार तथा तकनीकी क्षेत्रों में
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18 :: शिक्षार्थी मार्गदर्शिका, , , , , , सफलतापूर्वक कार्य करते हुए महिलाओं ने अपनी, कुशलता का परिचय दिया है।, , ७० विकट कठिनाइयों में भी साहस और आत्मविश्वास, के साथ कार्य करके महिलाओं ने अपने को, स्थापित किया है।, , ७ पुरुषों द्वारा मज़ाक उड़ाने पर भी कल्पना चावला, तथा बचेंद्री पाल ने अपने कदमों को नहीं रुकने, दिया।, , ७ ॥6 दिनों के कोलंबिया अभियान में मानव-शरीर,, कैंसर कोशिकाओं की परीक्षा-संबंधी 80 प्रयोग, किए गए।, , , , ७० फीचर में घटनाओं को सहज व सरल भाषा में, मनोरंजक ढंग से प्रस्तुत किया जाता है, जिससे, उनमें ऐसी ख़ूबी आ जाती है कि हम उन्हें अपने, सामने देख रहे हों! फीचर के माध्यम से पाठक, को शिक्षित किया जाता है तथा उसका मनोरंजन, किया जाता है।, , ७० फीचर कई प्रकार के होते हें: जन-रुचि वाले,, विचारपरक, मनोरंजक तथा व्यक्तित्व-संबंधी।, , ० फीचर की शैली कई प्रकार की होती है :, , - मनोरंजक शैली, - सचित्र फीचर, - फोटो फीचर, , पाठ का संप्रेष्य, , महिलाएँ पुरुष से किसी भी दृष्टि से कम नहीं हे।, भारत की बेटियों ने अपने आत्मविश्वास, संकल्प और, परिश्रम से ऐसी उपलब्धियाँ हासिल की हैं, जिनसे, भारत को पूरे संसार में सिर उठाने का मौका मिला है।, भारत की नारियाँ किसी से पीछे नहीं है। कल्पना, चावला तथा बचेंद्रीपल के माध्यम से इस तथ्य को, बताया गया है।, , ७ महिलाओं की रक्षा तथा सशक्तीकरण हेतु प्रयास, कीजिए।, , , , , , , , , , , , ७० घरेलू हिंसा, भेदभाव, अन्याय आदि को समझने, तथा मिटाने का प्रयास कीजिए।, , ७० इंदिरा गांधी तथा सरोजिनी नायडू की जीवनी, पढिए।, , ७ पसंदीदा खिलाड़ी पर फीचर लिखिए।, , अधिकतम अंक कैसे पाएँ |:, , ७० पाठ को दो-तीन बार पढ़िए।, , , , , , ७० मुख्य बिंदुओं को ध्यान से पढ़िए तथा याद रखिए।, ० कल्पना चावला तथा बचेंद्रीपाल के जीवन से, जुड़ी घटनाओं तथा संघर्ष को याद कीजिए।, , ७० अपने उत्तर को बेहतर बनाने के लिए उन महिलाओं, के विषय में जानकारी दीजिए, जिन्होंने देश का, नाम रौशन किया हो।, , 1. सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर पूछे गए प्रश्न, का उत्तर दीजिए :, कल्पना चावला के सहपाठियों ने उसके, एअरोनॉटिकल इंजीनियरिंग (वैमानिकी) विषय चुनने, पर मजाक क्यों उड़ाया?, , , , (क) इतना आसान विषय चुनने के कारण, , (ख) लड्की होने के बावजूद ऐसा विषय चुनने, के कारण, , (ग) लड़कियों के लिए इस विषय की उपयोगिता, को समझकर, , (घ) उन्हें लगा कि इस विषय को समझना, कल्पना के बस में नहीं।, , 2. अगर व्यक्ति में आत्मविश्वास, लगन, साहस और, दृढ़ इच्छा शक्ति हो, तो कोई भी कठिनाई उसका, रास्ता नहीं रोक सकती; 'भारत की ये बहादुर, बेटियाँ' पाठ के आधार पर 30-40 शब्दों में अपने, विचार स्पष्ट कीजिए।, , 3. अपने मित्र पर 40-50 शब्दों में एक फीचर, लिखिए।