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# सल्तनत काल मे हिन्दू मुस्लिम संस्कृति के संघर्ष का काल था ।, , * सल्तनत काल के साथ ही भारत मे तीव्र गति से इस्लाम का प्रचार या प्रसार हुआ । दिल्ली के सुल्तानो ने इस्लाम, के प्रचार या प्रसार के लिए हिन्दू - धर्म पर अत्याचार करने प्रारम्भ कर दिए और उन्होने हिन्दू मन्दिरो व मूर्तियों को, तोड़ दिया और हिन्दुओ को जबरदस्ती मुसलमान बनाया ।, , # दोनो में एक - दूसरे के विरुद्ध विरोध की भावनाएँ जागृत हो गई । हिन्दू धर्म ने अपने धर्म की रक्षा के लिए, एकीय स्वर्गीयवाद पर बल दिया । जब लाखो हिन्दू मुसलमान बनने लगे तो हिन्दू धर्म की बुराइयों को दूर करने के, लिए धर्म सुधारको ने एक आंदोलन चलाया यही आंदोलन भक्ति आंदोलन के नाम से जाना जाता है | साथ ही, मुसलमानों ने सूफी सम्प्रदायो पर जोर देना प्रारंभ कर दिया और वही सूफी आंदोलन कहलाया |, , , , , , भारत मे भक्ति आंदोलन:, * भक्ति आन्दोलन का आरम्भ दक्षिण भारत में आलवारों एवं नायनारों से हुआ जो कालान्तर में (800 ई से, 700 ई के बीच) उत्तर भारत सहित सम्पूर्ण दक्षिण एशिया में फैल गया।, , * अल्वार और नयनार दक्षिणी भारत में भक्ति आंदोलन के संस्थापक माने जाते थे ।, * अल्वार भगवान विष्णु के भक्त थे , जबकि नयनार शैव धर्म के अनुयायी थे ।, , # अल्वार और नयनार दोनों ने समाज में प्रचलित सामाजिक और धार्मिक दुर्भावनाओं की कड़ी आलोचना की |, इन्होंने जाति प्रथा और ब्राह्मणों की प्रभुता के विरोध में आवाज उठाई ।, , , , # इन्होंने स्त्रियों को महत्वपूर्ण स्थान प्रदान किया । अलवर की दो महिला संत - अंडाल और नयनार की, अम्माईयर की करइक्काल ने समाज को एक नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।, , * चोल , पल्लव और चालुक्य ने अलवर और नयनार दोनों पंथों का संरक्षण किया ।, , * नलयिरादिव्यप्रबंधम् अलवार संतो का मुख्य संकलन है | इस ग्रंथ को तमिल में पंचम वेद का स्थान प्राप्त है ।, बासवतन्ना ने कर्नाटक में वीरशैव या लिंगायतों की स्थापना की और अपने पंथ के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका
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# हिन्दू धर्म व समाज मे सुधार लाना ।, # धर्म मे समन्वय इस्लाम व हिन्दू |, , भारत मे सूफीवाद / सूफी संप्रदाय का विकास (सूफी आंदोलन ), , # रहस्यवादी एव उदारवादी विचारों से प्रभावित होकर इस्लाम धर्म में एक संप्रदाय का उदय हुआ जो सूफी, संप्रदाय कहा जाता है | सूफीवाद का जन्म इस्लाम के उदय से हुआ है ।, , , , * सूफी शब्द की उत्पत्ति सूफी शब्द से हुई है । सूफी का अर्थ होता है बिना रंगा हुआ ऊन / इसका अर्थ होता है, चटाई जिसे सन््यासी धारण करते हैं, , , , * सूफीवाद 9वीं शताब्दी में मुद्रित एक अंग्रेजी शब्द है । इस्लाम ग्रंथों में इसको तसव्वुर्फ का प्रयोग किया गया, है। कुछ विद्वान इसे सूफ अर्थ ऊन से निकला बताते हैं | यह खुरदरे ऊनी कपड़े को दर्शाता है । जो सूफी पहनते हैं, ।, , , , * ]] वी शताब्दी तक सूफीवाद एक पूर्ण विकसित आंदोलन बना जिसका सूफी ओर कुरान से जुड़ा अपना, साहित्य था।, , , , # संस्थागत दृष्टि से सूफी अपने को एक संगठित समुदाय खानकाह ( जहाँ सूफी यात्री निवास करते हैं ) के इर्द गिर्द स्थापित करते थे | खानकाह का नियंत्रण गुरु या शेख , पीर अथवा मुर्शिद या चेला के हाथ मे था । वो, अनुयायियों ( मुरीदों ) की भर्ती करते थे और वाइस ( खलीफा ) की नियुक्ति करते थे ।, , एकेश्वरवादी :, # एकेश्वरवाद वह सिद्धान्त है जो ईश्वर एक है” अथवा 'एक ईश्वर है' विचार को सर्वप्रमुख रूप में मान्यता देता, है।
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“/* [को महत्व, , * इस्लाम पर प्रचार, , शैतान बाधक, , « हृदय की शुध्दता पर जोर, « गुरु एव शिष्य का महत्व, * भारी आंडबरो का विरोध, , « पवित्र जीवन पर बल देना, , # मुक्ति की प्राप्ति के लिए ईश्वर की भक्ति और उनके आदर्शों के पालन पर बल दिया । उन्होंने पैगम्बर मोहम्मद, , को इंसान - ए - कामिल बताते हुए इनका अनुसरण करने की सीख दी । उन्होंने कुरान की व्यख्या आपने निजी, आधार पर की ।, , , , इस्लाम :, # ' इस्लाम ' एक एकेश्वरवादी धर्म है जो अल्लाह की तरफ़ से अंतिम रसूल और नबी , मुहम्मद द्वारा इंसानों तक, पहुंचाई गई अंतिम ईश्वरीय किताब ( कुरआन ) की शिक्षा पर स्थापित है । इस्लाम की स्थापना 7 बीं शताब्दी में, पैगंबर मुहम्मद ने अजाबिया में की थी ।, , इस्लाम के स्तंभ हैं :, « शहादा, , « सलात या नमाज़, « सौमया रोज़ा, *« ज़कात, , * हज, , # इस्लाम की पवित्र पुस्तक कुरान शरीफ है । यह अरबी में लिखा गया है और इसमें 4 अध्याय हैं ।, , , , # मुस्लिम परंपरा के अनुसार कुरान उन संदेश का संकलन है जो भगवान ( अल्लाह ) ने अपने दूत अर्ख ल, जिब्रीस के माध्यम से मक्का और मदीना में 60 - 632 के बीच मुहम्मद को भेजने के लिए भेजा था ।, , , , इस्लाम की महत्वपूर्ण सिलसिलें :, « चिश्ती सिलसिला, « सुहरावर्दी सिलसिला, « कादिरी सिलसिला, , « नक़शबन्दी सिलसिला