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114 | #90॥॥ 1८ 800: 5016 (8,4,/8.50/8,000./884 & 8041, वी का ७. आह परिवर्तन ना, , ((७#ह (प्॥पठा), एक कहावत के अनुसार जलवायु वह है, जिसकी आप उम्मीद करते हैं। मौसम वह है जोकि हमें मिलता है। हम प्रके:, , | रे हैँ स्थानों पर अधिकतम एवं न्यूनतम * जैतेवीक, एवं 'मौसम' शब्द में अंतर नहीं कर पाते हैं। मौसम वह है जैसे विभिन्न स्था तापपान, बह, वायु की स्थिति, वर्षा का पूर्वानुमान, आर्द्रता आदि । निर्धारित समय पर किसी स्थान पर बाह्य वातावरणीय परिस्थितियों ५५५२, , मं होगे वो, परिवर्तन, मौसम कहलाता है।, क्या है परिवर्तन?, , जलवायु का अध्ययन कल वाले वैज्ञानिक अभी इस तरकवितर्क में उतत्े हैं कि पृथ्वी किस दर से गर्म हो रही है तथा कं, कितनी अधिक गर्म होगी, लेकिन वे इस बात से सहमत है कि वास्तव में प्रथ्वी गर्म हो रही है।, , उन्होंने इस बात की पुष्टि की है कि आज विश्व पिछले 2000 वर्षों के किसी भी समय की अपेक्षा ज्यादा गर्म 1], शताब्दी के दौरान वैश्विक तापमान लगभग 0.6९ तक बढ़ा है।, , क्या मानव जलवायु में परिवर्तन ला सकते हैं?, बी +3++-+न5--क 3८ ज++ मे मिल ज 7, , 'एक समय में सभी जलवायु परिवर्तन प्राकृतिक हुआ करते थे। लगभग 220 वर्षों पहले औद्योगिक क्रान्ति आई जिसके फतलक्, मशीनों द्वारा भारी मात्रा में वस्तुओं का उत्पादन किया जाने लगा। मशीनों को चलाने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। झ़्, लिए ज्यादातर ऊर्जा कोयले एवं तेल जैसे ईंधनों में प्राप्त होती है जिन्हें 'जीवाश्म ईंधन' कहते हैं। जब इन जीवाश्म ईंधनों को जताया, जाता है तब कार्बन डाइऑक्साइड वायु उल्सर्जित होती है। औद्योगिकीकरण के साथ-साथ कार्बन डाइऑक्साइड, मिथेन, ओजोन, क्लोराफ्लेरो कार्बन, नाइट्रस ऑक्साइड जैसी वायुओं का उत्सर्जन भी बढ़ा है। इन वायुओं को 'ग्रीनहाउस वायु' (गैस) कहते हैं।, पिछले 200 वर्षों के दौरान हमारी गतिविधियों के कारण वायुमण्डल में ग्रीनहाउस वायुओं की विशाल मात्रा उत्सर्जित हुई है। अब, यह सुस्पष्ट है कि आज के समय में मानव ही जलवायु परिवर्तन के लिए उत्तरदायी है।, मनुष्यों पर प्रभाव, , (एक्फला5 0घ प्र), ननननमं+-+-न-ाभ-क- मोम म, , जलवायु परिवर्तन के कारण गर्म हवाओं के समय अंतराल में होती जा रही निरंतर बढ़ोतरी एक खतरनाक प्रवृत्ति की ओर, संकेत है। हु, , प्रायः यह देखा गया है कि गर्म जलवायु वाले शहरों के मानव स्वास्थ्य की अपेक्षा जिन शहरों की जलवायु ठण्डी है वहां जलवायु, परिवर्तन ताप के प्रभाव से होने वाली मृत्यु की दर अधिक होती है। इसका मुख्य कारण यह है कि गर्म जलवायु में रहने वाली जनसंख्याएं, काफी हद तक तापमान के उतार-चढ़ाव को सहन कर लेती है। विश्व में जगह-जगह जिस दर से ठण्ड से भरने वालों की संख्या, में कमी होगी एवं उसी दर से गर्मी से मरने वालों की संख्या में भी वृद्धि होती चली जाएगी।, , जलवायु में होने वाले परिवर्तन रोगाणुओं में रोगाणु वाहकों में ऐसे परिवर्तन, की बीमारियाँ उत्पन्न हो सकती हैं, जिनके बारे में तो हमारे पास जानकारी भी नहीं होगी |, के होने का प्रश्न ही नहीं होता। ये बीमारियाँ जुकाम की तरह साधारण और कम खत, एक कोने तक ही सीमित रह सकती है या फिर महामारी बनकर पूरे विश्व को अपनी, , समुद्री जल भरने से उपजाऊ जमीन का विनाश, रेगिस्तानीकरण तथा औद्योगिक कृषि के, , , , है। इसके अतिरिक्त बदलती जलवायु के चलते होने वाला सूत्र, अतिवृष्टि, ओलाबृष्टि आदि इस पर बेर जतर था,, इस पर लगातार बढ़ती जनसंख्या । ऐसे में अन्न की कमी और पेट भरने की समस्या एक विन नेक उरी जिंक, परिणाम होगा कुपोषण और भुखमरी जिससे सबसे अधिक प्रभावित होंगे गरीब, और विकासशील देश।, , उपाय दी, , (॥६५5ए755), , जीवाश्म ईंधनों के दहन से ग्लोबल वार्मिंग हो रही है और यह जलवायु परिवर्तन को बढ़ावा दे रही है। हर धो का दल, ऊर्जा के लिए किया जाता है और हम भी ऊर्जा का प्रयोग करते हैं। आधुनिक जीवनशैली पूर्णतया ऊर्जा पर निर्भर है। प्रत्येक व्यक्ति
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कं सं: जाकर: 22 क्र, , 116 | (00 76.6 800८ 5७७९३ [8.4./8,50./8.,20#./88/ & 8041, , जल हक जपकरणों थे प्रयोग आने वाते क्तोरीफ्सीरी कार्वेन (टए) पदार्थ... हज उपकरणों में प्रयोग आने वाले क्लोरोफ्लोरों कार्बन (27८) पदार्थ | जय, , 6., 7. बनों की अंधाधुंध कटाई (0९07९४/8४०), ग्लोबल्ठ वार्मिंग के कारण, , , , ग्लोबल वार्मिंग अर्थात् भूमंडलीय तापन के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं, 15, 2., 3., 4., 5;, , वायुमंडल में 00, की मात्रा में वृद्धि।, , वायुमंडल में क्लोरोफ्लोरो कार्बन (270) पदार्थों की वृद्धि।, वायुमंडल में मीथेन गैस (८ाप्न,) की मात्रा में वृद्धि।, ओजोन परत (0207९ 1,39८) में हास।, , नाइट्रोजन के ऑक्साइडों की प्रतिशत मात्रा में वृद्धि ।, , इन सभी कारणों में 00, की मात्रा में वृद्धि ग्लोबल वार्मिंग का कारण प्रमुख है।, ग्लोबल वार्मिंग की रोकथाम के उपाय, , , , ग्लोबल वार्मिंग या भूमंडलीय तापन की रोकथाम के लिए निम्नलिखित उपाय किये जाते हैं, डः, , किसी भी उद्योग को प्रारम्भ करने से पूर्व पर्यावरण प्रदूषण ([ग1017077९10120117901) की रोकथाम के लिए समुचित, उपाय करना चाहिए।, , 2. उद्योगों तथा वाहनों में फॉसिल ईंधन (४४५अं। 1४९) का प्रयोग कम करके वायुमंडल में (0, के स्तर को कम किया, जा सकता है।, , 3. औद्योगिक एवं यातायात के साधनों में आवश्यक तकनीकी परिवर्तन करके ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव को कम किया, जा सकता है।, , 4. पेट्रोलियम पदार्थों के स्थान पर अन्य ईंधन जैसे-मेथेनॉल एवं इथेनॉल आदि का प्रयोग करके।, , 5. सप्ताह में एक दिन वाहन चलाना निषेधित होना चाहिए।, , 6. व्यापारीकरण एवं अत्यधिक लाभ की प्रवृत्ति को रोककर सभी लोगों के हित को ध्यान में रखना।, , 7. सौर ऊर्जा का उपयोग करके परम्परागत ईंधन का उपयोग कम करना चाहिए ताकि (0, की मात्रा न बढ़े तथा ग्लोबल, वार्मिंग से बचा जा सके।, , भूम॑ंडलीय तापमान में वृद्धि, , (0४६५७५एृ४८5 10 ('फ्ामटार प्तार 51.084., ४५एशारठ), , वायुमंडल की सबसे निचली परत यानी समताप मंडल में विद्यमान गैसें ऊष्मा को सोख लेती हैं। इस प्रभाव को हरित गृह, प्रभाव कहते हैं | वायुमंडल में तापमान की वृद्धि हरित गृह गैसों की सांद्रता पर निर्भर करती है। प्रमुख हरित गृह गैसें 00,, ओजोन,, मीथेन, नाइट्रस ऑक्साइड, क्लोरोफ्लोरों कार्बन (270) और जलवाष्प है।, , पृथ्वी का औसत तापमान 15" 2 है। अगर हरित गृह प्रभाव न हो तो पृथ्वी का तापमान -18" ८ होगा। इस प्रकार पृथ्वी, का 33? ८ तापमान बनाए रखने में हरित गृह प्रभाव का प्रमुख योगदान है। औद्योगिकीकरण और शहरीकरण के कारण वायुमंडल, में (0,, नाइट्रस ऑक्साइड और क्लोरोफ्लोरो कार्बन जैसी गैसों की मात्रा बढ़ रही है। पृथ्वी का औसत तापमान यदि 2" 6 भरी, बढ़ता है तो यह विनाश का सूचक हो सकता है।, तापमान वृद्धि को रोकने के उपाय, (0104 50785 67 ('महटा< ठा.084, ॥४५ए५शा५०), , 1,, , छ़फ् 9 ७, , ईंधन की खपत में कमी करें।, , ऊर्जा का उपयोग बुद्धिमानी से करें।, , नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत अपनाएं।, , ऊर्जा उत्पादन में नाभिकीय ऊर्जा का प्रयोग करें।, प्राकृतिक गैस के उपयोग पर बल दें।
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577: डे 5 5 आस कक कम कमल, सतत कृषि की तकनीक अपनाएं।, जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगाएं।, उद्योगों और वाहनों की संख्या कम करें।, प्रदूषण नियंत्रण की नई तकनीकों का प्रयोग करें।, 10. वृक्षारोपण करें ।, 1. काई और शैवाल की मदद से 00, में कमी करें।, , 6., , ४., 8., है,