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इतिास, > सौरमण्डल के उत्पत्ति सम्बन्धी सिद्धान्त : - सूर्य तथा उसके, आस-पास के क्षेत्र को सौरमण्डल कहा जाता है । इसके उत्पत्ति, सम्बन्धी कई सिद्धान्त प्रचलित हैं, तारा, (a) चेम्बरसीन, Sun, :-, 1. Mono Star ( एक तारा सिद्धान्त ):- इस सिद्धान्त के अनुसार, सौरमण्डल का निर्माण सूर्य के ही टुकड़ों से हुआ है। इस सिद्धान्त, को दो विद्वानों ने दिया : -, Sun, (b) जीन्स, तारा, (a) गैसीय सिद्धान्त, सूर्य के घूर्णन गति के कारण सूर्य के बाहरी परत अलग हो गया, तथा ठंडा होकर ग्रहों का निर्माण कर लिया, इस सिद्धान्त को 3. Double Star Theory, अस्वीकार कर दिया गया।, इसे कान्ट महोदय ने दिया। इसके अनुसार, गृह, :-, :- इस सिद्धान्त के अनुसार सौरमंडल, का निर्माण सूर्य के अतिरिक्त दो तारों से हुआ । इस सिद्धान्त को, लिलिटन ने दिया। इनके अनुसार सूर्य के अतिरिक्त दो तारे थे।, जिसमें एक तारे में विस्फोट हो गया और सूर्य के गुरुत्वाकर्षण से वे, सूर्य के समीप आ गए और उससे ग्रहों का निर्माण हुआ। जबकि, दूसरा तारा Black Hole में विलिन हो गया ।, (b) निहारिका (Nebula) सिद्धान्त :- इसे लापलास ने दिया। इसके, अनुसार सूर्य की बाहरी परत ठंडी हो गयी। किन्तु आतरिक परत, गर्म बनी रही जिस कारण इसका बाहरी भाग टूटकर अलग हो, गया और इसी अलग हुए भाग से ग्रहों का निर्माण हुआ।, * इन दोनों सिद्धान्त को नकार दिया गया क्योंकि ग्रह की संरचना इस सद्धान्त को मान्यता प्राप्त है। वर्तमान में ग्रह का स्वरूप उस, सूर्य की संरचना से भिन्न पायी गई है।, विस्फोट तारा के समान है।, लिलिटन, (a) काण्ट गैसीय, तारा, Sun, ग्रह, Sun, विस्फोट, Sun, (b) लापलास, तारा, निहारिका, ০ ग्रह, सौरमण्डल (Solar System) :- सूर्य तथा उसके आसपास के, ग्रह, उपग्रह तथा क्षुद्रग्रह, धूमकेतु, उल्कापिण्ड, उल्का के संयुक्त, समूह को सौरमण्डल कहते हैं।, * सौरमण्डल के केन्द्र में सूर्य स्थित है ।, * सौरमण्डल में जनकतारा के रूप में सूर्य है।, सौरमण्डल के सभी पिंड सूर्य का चक्कर लगाते हैं।, 2. Dual Star Theory :- इस सिद्धान्त के अनुसार सौरमण्डल, का निर्माण दो तारों से हुआ है इस सिद्धान्त को दो विद्वानों ने, दिया।, (a) चेम्बरसीन :- इसके अनुसार सूर्य के समीप एक विशाल तारा था।, जिसके गुरुत्वाकर्षण के कारण सूर्य का ऊपरी भाग टूट गया और, ऊपरी भाग अलग हो गया। जिससे सौरमण्डल का निर्माण हुआ। सूर्य :- यह हमारा सबसे निकटतम तारा है । सूर्य सौरमण्डल के, (b) जीन्स :- इसके अनुसार सूर्य के समीप एक बहुत बड़ा तारा था।, जिसका गुरुत्वाकर्षण के कारण सूर्य के ऊपरी भाग को अलग कर, दिया। जब यह तारा सूर्य के समीप आया तो उसके बहुत बड़े भाग, बीच में स्थित है।, की, * सूर्य को आयु लगभग 15 अरब वर्ष है जिसमें से वह 5 अरब वर्ष, जी चुका है।, सूर्य के अंदर H का He में संलयन होता है और ईंधन प्लाज्मा, अवस्था में रहता है।, को सूर्य से अलग कर दिया गया जिससे बड़े ग्रहों का निर्माण, हुआ।, आंतरिक संरचना के आधार पर सूर्य को तीन भाग में बाटते हैं :, * इन दोनों ही सिद्धान्त को नकार दिया गया क्योंकि ग्रहों की (5) Coreयह सूर्य के मध्य भाग है। इसका तापमान लगभग, संरचना सूर्य से बिल्कुल ही भिन्न है ।, Million C है। इसी में H का He में संलयन होना है यह, प्लाज्मा अवस्था है।, o00 0 o o