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आदर्श विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक,नोखा, हिन्दी अनिवार्य, कक्षा-दशमी, मुहावरे व लोकोक्तियां, भाषा की सुंदर रचना हेतु मुहावरों एवं लोकोक्तियों का प्रयोग आवश्यक माना जाता है। ये दोनों भाषा, को सजीव, प्रवाहपूर्ण एवं आकर्षक बनाने में सहायक होते हैं। यही कारण है कि हिन्दी भाषा में, विभिन्न मुहावरों एवं लोकोक्तियों का अक्सर प्रयोग होते हुए देखा गया है।, मुहावरा :- 'मुहावरा' शब्द अरबी भाषा से लिया गया है, जिसका अर्थ है- अभ्यास। कोई भी ऐसा, वाक्यांश जो अपने साधारण अर्थ को छोड़कर किसी विशेष अर्थ को व्यक्त करे तो उसे मुहावरा कहते, हैं।, मुहावरा अतिसंक्षिप्त रूप में होते हुए भी बड़े भाव या विचार को प्रकट करता है। मुहावरा पूर्ण वाक्य, नहीं होता, इसीलिए इसका स्वतंत्र रूप से प्रयोग नहीं किया जा सकता। मुहावरे का प्रयोग करना, और ठीक-ठीक अर्थ समझना बड़ा कठिन है, यह अभ्यास से ही सीखा जा सकता है।, लोकोक्ति :- लोकोक्तियाँ लोक अनुभव से बनती हैं। समाज लंबे अनुभव से सीखे हुए ज्ञान को जब, वाक्य में बांध देता है तो उसे लोकोक्ति, जनश्रुति या कहावत कहते हैं।, लोकोक्ति सम्पूर्ण वाक्य है इसका प्रयोग स्वतंत्र रूप से किया जा सकता है। कुछ लोकोक्तियाँ, अंतर्कथाओं से भी संबंध रखती हैं, जैसे भगीरथ प्रयास अर्थात जितना परिश्रम राजा भगीरथ को गंगा, के अवतरण के लिए करना पड़ा, उतना ही कठिन परिश्रम करने से सफलता मिलती है।, राजेश स्वामी नोखा 779284272, Scanned By Camera Scanner
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पाठ 1. सूरदास, 1. मन में ही रहना-इच्छा पूरी न हो पाना।, वाक्य-प्रयोग-नानाजी के अचानक चले जाने के कारण उनसे मिलने की इच्छा मन में ही रह गया।, 2. मन में चकरी होना-भटकन होना ।, वाक्य-प्रयोग-वे लोग कभी भी अच्छी तरह से पढ़ाई नहीं कर पाते जिनके मन में चकरी होती है।, 3. राजनीति पढ़ आना-छल-कपट सीख आना ।, वाक्य-प्रयोग-विदेश से वकालत पढ़कर लौटे राजीव को देखकर ऐसा लगने लगा कि जैसे वह राजनीति पढ़, आया हो।, 4. हारिल की लकड़ी (होना)-सदा साथ रहना।, वाक्य-प्रयोग-आजकल युवाओं के लिए मोबाइल हारिल की लकड़ी हो गया है, जो सोते-जागते हर समय साथ, रहता है।, पाठ 2. तुलसीदास, 5. काल के बस में होना-मौत के शिकंजे में होना।, वाक्य-प्रयोग-प्राणी जन्म लेते ही काल के बस में, 6. फूँक से पहाड़ उड़ाना-काल्पनिक बातें करना।, वाक्य-प्रयोग-अरे पहलवान ! थोड़ी शक्ति का प्रदर्शन करो । तुम तो यों ही फूँक से पहाड़ उड़ाना चाहते हो ।, 7. तर्जनी देखकर मर जाना-भभकी से डर जाना।, वाक्य-प्रयोग-मैंने भी तुम्हारे जैसे कई बड़बोले देखे हैं। मैं कोई तर्जनी देखकर मरने वालों में से नहीं हूँ।, 8. काल का कवल होना-मर जाना।, वाक्य-प्रयोग-जो इस संसार में आया है, उसे एक न एक दिन काल का कवल होना ही है।, १. काल को हाँक लाना-मौत की स्थितियाँ पैदा करना।, वाक्य-प्रयोग-अरे! यों ही बिना बात के काल को हॉक कर लाने में लगे हुए हो।, . हरा ही हरा सूझना-सब कुछ अच्छा दिखाई देना।, वाक्य-प्रयोग-शादी से पूर्व व्यक्ति को वैवाहिक जीवन के बारे में हरा ही हरा सूझता है।, T. माथे काढूना-किसी पर गुस्सा उतारना।, जाता है।, Scanned By Camera Scanner
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वाक्य-प्रयोग-मोहन! आज तुम बहुत ही सुन्दर लग रहे हो, घर जाकर माँ से राई नमक का उतारा करा लेना।, वाक्य प्रयोग-अरे भाई ! तुम किसी का गुस्सा मेरे माथे पर क्यों काढ़ रहे हो ।, पाठ 3. देव, 12. उतारौ करे राई नोन (राई नमक उतारना) -नज़र न लगने का उपचार ।, पाठ 4. जयशंकर प्रसाद, 13. गागर रीती होना-कुछ भी सफलता न मिलना।, वाक्य-प्रयोग-आओ देखें कि तुमने कुछ सीखा भी है या बस गागर रीती ही रह गई है।, 14. हँसी उड़ाना-कमियों पर हँसना।, वाक्य-प्रयोग-आजकल हर आदमी दूसरे की हँसी उड़ाने का आकांक्षी रहता है।, 15. सींवन उधेड़ना-छिपी बातों को सामने लाना।, वाक्य-प्रयोग-वर्तमान पर ध्यान रखो। सींवन उधेड़ने से कुछ भी हाथ न लगेगा ।, 1., पाठ 5. सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला', 16. अट जाना-पूरी तरह लंद जाना, भर जाना।, वाक्य-प्रयोग-बसंत ऋतु में वृक्षों की डालियाँ फूलों से अट जाती हैं।, 17. आँखें हटाना-सावधानी हटना।, वाक्य-प्रयोग-यह बस स्टेशन है। जरा भी आँख हटाओगे तो सामान चोरी हो जायेगा।, 18. पट जाना-भर जाना।, वाक्य-प्रयोग-खरबूजा मण्डी खरबूजों से पटी पड़ी है, लेकिन खरीददार नहीं है।, 19. आँखें हटाये न हटना-ऑँखों का मुग्ध हो जाना।, वाक्य-प्रयोग-शिवालय में पार्वतीजी की प्रतिमा इतनी भव्य एवं सुन्दर थी कि उस पर से ऑँखें हटाये नहीं हट, रही थीं।, पाठ 6. नागार्जुन, 20. जान डालना-शक्ति और प्रभाव आ जाना।, वाक्य-प्रयोग-तुम्हारे द्वारा लिखित संवादों ने इस नाटक में जान ही डाल दी है।, 21. आँखें चार होना-प्रेम होना।, वाक्य-प्रयोग-आज के युवाओं की दुनिया बड़ी विचित्र है। जैसे ही आँखें चार हुईं, उनकी पढ़ाई चौपट हो जाती, है।, 22. आँखें फेर लेना-दृष्टि हटा लेना।, वाक्य-प्रयोग-पहलवान को अपनी दुर्दशा पर लज्जित होते देखकर हमने अपनी आँखें फेर लीं ।, पाठ 7. गिरिजाकुमार माथुर, 23. मृगतृष्णा होना-मिथ्या आसक्ति रखना।, वाक्य-प्रयोग-भौतिक सुख तो एकदम कोरी मृगतृष्णा है, क्योंकि मनुष्य जीवन भर इसके पीछे डोलता रहता है।, पाठ 8. ऋतुराज, 24. दुख बाँचना-छिपे दु:ख को समझना ।, वाक्य-प्रयोग-वैवाहिक जीवन के सुख तो नज़र आते हैं, पर उसके दु:ख बाँचने नहीं आते।, पाठ 9. मंगलेश डबराल, 25. गला बैठना-गला खराब होना।, वाक्य-प्रयोग-पाँच घण्टे लगातार गाने से उसका गला बैठ गया।, 26. ढाँढस बँधाना-तसल्ली देना।, वाक्य-प्रयोग-नौकरी खत्म हो गयी। अब ढाँढस बँधाने से कुछ नहीं होगा।, 1., पाठ 10. नेताजी का चश्मा, 27. ऊहापोह में होना-दुविधा में होना।, Scanned By Camera Scanner
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बाक्य-प्रयोग-जब से शिक्षकों की माँग में कमी आयी है, मैं ऊहापोह में पड़ गया हूँ कि आंगे किस पाठ्यक्रम, में प्रवेश लूँ।, 38. चक्कर में पड़ना-किसी काम में लगना।, बाक्य-प्रयोग-यदि जीवन को सफल बनाना चाहते हो तो खेल और मनोरंजन के चक्कर में न पड़ो।, १9. सब कुछ होम देना-सर्वस्व बलिदान कर देना।, वाक्य-प्रयोग-देशभक्तों ने देश की आजादी के लिए अपना सब कुछ होम दिया।, - ऑसू आ जाना।, वाक्य-प्रयोग-बिलखती माँ को देख कर हमारी आँखें भर आईं।, 30. ऑँखें भर आना, पाठ 11. बालगोबिन भगत, 31. खरा उतरना-श्रेष्ठ प्रमाणित होना।, वाक्य-प्रयोग-समुद्री तूफान को लेकर मौसम विभाग का अनुमान कई बार खरा उतरता है।, 32. दो टूक बात करना-साफ-साफ बात करना।, वाक्य-प्रयोग-आज के आदमी में दो टूक बात करने का साहस नहीं रहा।, 33. झगड़ा मोल लेना-खुद गलती करके झगड़ा बढ़ाना।, वाक्य-प्रयोग-पता नहीं आज कल तुम छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा क्यों मोल लेते रहते हो ।, 34. कौंध उठना-अचानक मन में आ जाना।, वाक्य-प्रयोग-ईश्वरीय भाव कोशिश करने से भी मन में नहीं आते हैं। वे तो अचानक ही मन में कौंध उठते हैं।, 35. ताँता लगना-लगातार एकत्र होना।, वाक्य-प्रयोग-सीमा पर शहीद हुए सैनिक को श्रद्धांजलि देने के लिए देशभक्तों का ताँता लग गया।, 36. हावी होना-अधिक प्रभावी होना।, वाक्य-प्रयोग-राजेन्द्र अपनी झूठी शान दिखाकर तुम पर हावी होना चाहता है ।, 37. ओत-प्रोत होना-लबालब भरा होना।, वाक्य-प्रयोग-आज हर जापानी देश-भक्ति की भावना से ओत-प्रोत है।, 38. तूल देना-अधिक महत्त्व देना।, वाक्य-प्रयोग-आजकल अखबार वाले हर छोटी-मोटी घटना को व्यर्थ में तूल दे देते हैं।, 39. तागा टूटना-जीवन की साँसें पूरी होना ।, वाक्य-प्रयोग-मृत्यु से लड़ते-लड़ते आखिरकार एक दिन उसके जीवन का तागा ट्ूट गया ।, पाठ 12. लखनवी अन्दाज, 40. फुँकार करना-तेज आवाज करना।, वाक्य-प्रयोग-जैसे ही मैंने मोहर सिंह को चुनौती दी, वह मुझ पर फुँकार करने लगा।, 41. शौक करना-आनन्द के लिए भोग करना।, वाक्य-प्रयोग-आइए, पान का शौक कीजिए ।, 42. आँखें चुराना-बचने की कोशिश करना।, वाक्य-प्रयोग-पहले विश्वास देकर समय पर उसने आँखें, 43. गँवारा न होना-सहन न होना।, वाक्य-प्रयोग-महेश स्वाभिमानी है; इसलिए उसे अपमानपूर्ण जीवन बिताना गँवारा नहीं है।, 44. खाली बैठना-बिना काम किए समय बिताना।, वाक्य-प्रयोग-आज कितने ही युवक नौकरी के अभाव में खाली बैठे हैं।, 45. शौक फरमाना-आनन्द लेना।, चुरा, लीं।, 16, वाक्य-प्रयोग-अभी रुकिए! बाबूजी चाय का शौक फरमा रहे हैं।, 46. भाँप लेना-समझ लेना।, वाक्य-प्रयोग-अनुभवी लोग बात की हकीकत को तुरन्त भाँप लेते हैं।, 47. लथेड़ लेना-सम्मिलित कर लेना।, Scanned By Camera Scanner
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वाक्य-प्रयोग-प्रत्येक भ्रष्ट अधिकारी सभी कर्मचारियों को भ्रष्टाचार से लथेड़ लेना चाहता है।, 48. हाजिर करना-तुरन्त देना।, वाक्य-प्रयोग-भारत ने पाकिस्तान के सामने आतंकवादी होने का हर प्रमाण हाजिर कर दिया।, 49. मुँह में पानी आना-खाने के लिए ललचाना ।, वाक्य-प्रयोग-गर्म-गर्म समोसे देखकर किसके मुँह में पानी नहीं आयेगा?, पाठ 13. मानवीय करुणा की दिव्य चमक, 50. लबालब होना-पूरी तरह से भरा होना।, वाक्य-प्रयोग-आजकल गंगा स्वच्छ जल से लबालब भरी हुई बह रही है।, 51. अभिन्न मित्र होना-गहरे मित्र होना।, वाक्य-प्रयोग-हरि और मुझमें कोई अन्तर न समझना । वह मेरा अभिन्न मित्र है।, 52. डूब जाना-मग्न हो जाना।, वाक्य-प्रयोग-हरीश किसी भी सीरियल को देखते समय उसमें डूब जाता है।, 53. हाथ से जाना-वश में न रहना।, वाक्य-प्रयोग-बेटे के साथ प्रेम से रहो वरना यह हाथ से जाता रहेगा।, 54. स्याही फैलाना-लिखने की बेकार कोशिश करना।, वाक्य-प्रयोग-उसे अच्छे लेखन का क्या पता? वह तो यूँ ही स्याही फैलाने को लेखन समझता है।, 55. शान्ति बरसना-अत्यधिक शान्ति प्रकट करना।, -प्रयोग-प्रेमपूर्वक व्यवहार करने से पूरे घर में शान्ति बरसती है।, पाठ 14. एक कहानी यह भी, वाक्य, |56. आँखें मूँदना-ध्यान न देना।, वाक्य-प्रयोग-आजकल के माता-पिता धन कमाने के कारण औलाद के प्रति आँखें मँदे रहते हैं, जिससे वह, बिगड़ जाती है।, |57. बलबूते पर-बल पर।, वाक्य-प्रयोग-पाकिस्तान आतंक के बलबूते पर भारत को डराना चाहता है।, 1, 58. चपेट में आना-प्रभाव में आना ।, वाक्य-प्रयोग-कश्मीर ने सैकड़ों लोग आतंकवादियों की अन्धाधुंध गोलाबारी की चपेट में आ गए।, 59. कमजोरी होना-बहुत प्यारा होना।, वाक्य-प्रयोग-गाँधीजी समझते थे कि लोभ में फँसना अंग्रेजों की सबसे बड़ी कमजोरी है।, 60. गड़ने-गड़ने को हो आना-शर्म से बहुत अधिक सिकुड़ना।, वाक्य-प्रयोग-बड़े-बड़े अधिकारी रंगोलियाँ करते पकड़े जाने पर वे गड़ने-गड़ने को हो गए।, 61. तुक्का लगना-अचानक भाग्य से प्राप्त।, वाक्य-प्रयोग-उसे चौका लगाते देखकर खिलाड़ी न साथ बैठना. यह तो बस यों ही तुक्का लग गया है।, 52. जड़ जमाना-अन्दर तक गहरे पैठना।, वाक्य-प्रयोग-आज भी भाग्यवाद की बातें भारतवासियों के मन में जड़ जमाए हुए हैं।, 53. ना सिरे से-बिल्कुल आरम्भ से।, वाक्य-प्रयोग-अब मुझे दसवीं परीक्षा की तैयारी नए सिरे से करनी होगी।, 4. भन्ना जाना-क्रोध के कारण सन्तुलन खो बैठना।, वाक्य-प्रयोग-जब मेरे द्वारा बार-बार मना करने पर भी वह नहीं माना, तो मैं भन्ना उठा।, 5. होश सँभालना-समझदार होना।, वाक्य-प्रयोग-उसने होश सँभालते ही परिवार की जिम्मेदारी उठा ली।, 6. टक्कर चलना-संघर्ष होना।, वाक्य-प्रयोग-इराक में अब भी शियों और सुन्नियों के बीच टक्कर चल रही है।, Scanned By Camera Scanner