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पृथ्वी और उसका उपग्रह चंद्रमा, , पृथ्वी को अपनी भूकक्षा में हे की परिक्रमा करने में 365 दिन लगते हैं। पृथ्वी की, इस गति को क्या कहा जाता - परिक्रमण अथवा वार्षिक गति, पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा अर्थात एक चक्कर 365 दिन 5 घंटे 48 मिनट और 45.51 सेकंड, में पूर करती है। यह अपने परिक्रमण पथ पर 66.5" के कोण पर झुकी हुई होती है।, इस झुकाव के कारण कौन-सी भौगोलिक परिघटना होती है? - ऋतु परिवर्तन, भूमध्यरेखा का आधा भाग प्रत्येक स्थिति में प्रकाश प्राप्त करता रहता है, इसलिए, भूमध्यरेखा पर दिन-रात में कितना अंतर होता है?- दिन-रात सदैव बराबर रहते हैं, किस यूरोपीय देश का अधिकांश भाग उत्तरी ध्रुव वृत्त के भीतर स्थित है, जहां आधी, रात में भी सूर्य दिखाई पड़ता है, जिसकी वजह से उसको' अर्द्धरत्रि के सूर्य का प्रदेश', (.ब्रात ० भातांश॥ 50) भी कहा जाता है? नॉर्बे, भूमध्यरेखा पर दिन की अधिकतम लम्बाई 12घंटे और 66१4" अंक्षाश पर 24 घंटे होती, है। ध्रुवों पर दिन की अधिकतम लम्बाई कितनी होती है? - 6 महीने, प्रतिवर्ष किस तिथि को ग्रीष्म अयनांत या कर्क संक्रांति ($ण्म्रगाथ 501ज1०८) होती है, और उत्तरी गोलार्द्ध में इस दिन रात की तुलना में दिन अधिक बड़ा होता है, जो वर्ष, का भी सबसे बड़ा दिन होता है? - 21 जून को, कर्क संक्रांति की स्थिति में दक्षिणी गोलार्द्ध में इस समय सूर्य तिरछा चमकता है, जिससे रातें, बड़ी और दिन छोटे होते हैं। इस समय यहां कौन-सी ऋतु होती है? _- जाड़े की ऋतु, शीतकालीन अयनांत या मकर संक्रांति (१/४॥1० $०४1०८) किस तिथि को होती है, जिससे, उत्तरी गोलार्द्ध में दिन की तुलना में रात अधिक बड़ी होती है? - 22 दिसंबर को, मकर संक्रान्ति की स्थिति में दक्षिणी ध्रुव सूर्य के सम्मुख होता है और सूर्य मकर रेखा, पर लम्बवत चमकता है, जिससे यहां कौन-सी ऋतु होती है? - ग्रीष्म ऋतु, पृथ्वी एक कल्पित धुरी पर सदैव पश्चिम से पूर्व को लट्टू की भांति घूमती रहती है।, पृथ्वी की इस गति को क्या कहा जाता है? - घूर्णन अथवा आवर्तन गति, पृथ्वी अपने कक्ष पर नियमित रूप से घूमती है, जिसे पृथ्वी का घूर्णन या परिभ्रमण, कहा जाता है। यह एक घूर्णन 24 घंटे (23 घंटे 56 मिनट 4 सेकंड) में पूरा करती, है। इससे कौन-सी भौगोलिक परिघटना घटित होती है? - विन-रात होते हैं, पृथ्वी जब अपनी धुरी पर एक पूरा चक्कर लगा लेती है, तो एक दिन होता है इस, दृष्टि से इस गति को क्या कहा जाता है? - दैनिक गति, पृथ्वी जिस धुरी अथवा अक्ष पर घूमती है, वह एक काल्पनिक रेखा है, जो पृथ्वी के, केन्द्र से होकर उसके उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों को मिलाती है। पृथ्वी का यह अक्ष, अपने कक्ष-तल के साथ कितने डिग्री का कोण बनाता है? - 66५7, पृथ्वी अपने अक्ष पर कितनी आनति पर घूमती है? - 23%?, एक मध्याह्न रेखा के ऊपर किसी निश्चित नक्षत्र के उत्तरोत्तर दो बार गुजरने के बीच, की अवधि को नक्षत्र दिवस ($10८४| 08५) कहा जाता है। एक नक्षत्र दिवस कितने, अवधि को होती है? - 23 घंटे, 56 मिनट और 4 सेकंड, किसी निश्चित मध्याह् रेखा के ऊपर मध्याह् सूर्य के उत्तरोत्तर दो बार गुजरने के बीच, लगने वाला समय सौर दिवस (8017 ०७५) कहलाता है। सौर दिवस नक्षत्र दिवस से, कितना अधिक होता हे? - 6 मिनट और 56 सेकंड, पृथ्वी ध्रुवों पर चपटी तथा मध्य में बाहर की ओर उभरी हुई है। पृथ्वी की अधिकतम, त्रिज्या 6380 किलोमीटर तथा न्यूनतम त्रिज्या 6170 किलोमीटर है। इसका कुल सतही, क्षेत्रफल कितना है? - 504 लाख बर्ग किलोमीटर, पृथ्वी का 70.8% भाग जल से युक्त है, जिसके कारण पृथ्वी अंतरिक्ष से नीली दिखाई, देती है, फलत: पृथ्वी को कौन-सा ग्रह कहा जाता है? - नीला ग्रह व जल ग्रह, ईसा से 6 शताब्दी पूर्व किस यूनानी वैज्ञानिक ने पहली बार आधिकारिक रूप से पृथ्वी, के गोल होने की बात कही थी? - पाइथागोरस, आधुनिक वैज्ञानिक खोजों के अनुसार, पृथ्वी गोल के बजाय किस आकार की है?, , - नाशपातीनुमा, --- थतक्ञीू /“ सफर, , , , एक तो वे बहुत अधिक प्रदेश पर फल, जाती हैं, दूसरे उन्हों कायुमंडल का बहुत, अधिक भाग पार करके आना पढ़ता है,, जिससे उनमें ताप कम रह जाता है। यही, कारण है कि ध्रुवों पर काफी सर्दी होती है।, , किस कहते हैं मानक समय?, , अत्येक देशातर रेखा का मध्याह् उस समय, होता है जब देशातर रेखा ठीक सूर्य के सामने, होती है। इस कारण एक ही देश में प्रत्येक, देशांतर को समय में 4 मिनट का अंतर आ, जाता है। यदि प्रत्येक देशातर रेखा के अनुसार, उस देशांतर रेखा पर स्थित नगयों का समय, गिना जाये तो रेलगाड़ियों, बसों, आकाशवाणी, आदि के कार्य में बड़ी असुविधा उत्पन्न, हो जायेगी। अत: किसी देश अथवा क्षेत्र में, किसी एक मध्यवर्ती देशांतर रेखा के स्थानीय, समय (516#व1४ 71%) को पूरे देश अथवा, क्षेत्र का समय मान लिया जाता है। ऐसे समय, को “मानक समय” कहा जाता है। भारत में, 88%" पूर्व देशांतर पर जब मध्याह्न होता है,, तो पूरे देश में मध्याह्न मान लिया जाता है।, यूएसए और रूस आदि पूर्व-पश्चिम विशा में, अतिविस्तृत देशों में एक से अधिक मानक, समय माने जाते हैं, , अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा, , अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा प्रशांत महासागर को, बीचों-बीच 180” देशांतर पर उत्तर से दक्षिण, की ओर खींची गयी एक काल्पनिक रेखा, है। प्रत्येक नये दिन का प्रारम्भ इस रेखा, से माना जाता है। इस रेखा को पश्चिम से, पूर्व की ओर पार करने पर एक दिन कम, हो जाता है तथा पूर्व से पश्चिम की ओर, पार करने पर आगे का विन गिना जाता, है। उदाहरण के लिए जो यात्री इस रेखा, को पश्चिम से पूर्व की ओर सोमवार को, 5 बजे साय॑ पार करता है, तो दूसरी ओर, रविवार को 5 बजे सा माना जाता है और, जो रविवार को पूर्व से पश्चिम की ओर, पार करता है वहां अगला दिन सोमवार, माना जाता है। इस रेखा को स्थल भाग
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किरण #ष्डाश' भूगोल सार संग्रह (89: (शा ञआ; एव), , किस काल में अल्पाइन पर्वतीकरण प्रारम्भ हुआ तथा सर्वप्रथम स्तनपायी जीवों व, पूंछविहीन बंदरों ($५०) का आविर्भाव हुआ? > काल, इओसीन काल में स्थल पर रेंगने वाले जीव प्रायः विलुप्त हो गये तथा हाथी, घोड़ा,, गैंडा एवं सूअर के पूर्वजों का आविर्भाव हुआ। प्राचीन बंदर एवं गिब्बन किस देश, सबसे उत्पन्न हुए? - स्थांमार, कौन-सा काल में वृहत हिमालय की उत्पत्ति का मुख्य काल था? - ओलीगोसीन काल, किस काल में बड़े आकार की शार्क मछली, प्रोकानसल (पूंछहीन बंदर) , हंस व बतख जैसे, जल पक्षी और पेंग्विन आदि उत्पन हुए तथा हाथी का विकास हुआ? - मायोसीन काल, मध्य या लघु हिमालय की उत्पत्ति मायोसीन काल में हुई। प्लायोसीन काल में किस, पर्वत श्रृंखला की उत्पत्ति हुई? - शिवालिक पर्वत श्रृंखला, किस काल में बड़े स्तनपायी प्राणियों की संख्या में हास, शार्क का विनाश, मानव के, पूर्वज का विकास एवं आधुनिक स्तनपायियों का आविर्भाव हुआ?- प्लायोसीन काल, नूतन महाकल्प (1३००००४० 49) को “चतुर्थक युग' भी कहा जाता है। इस काल को, किन दो उपभागों में विभाजित किया गया है? - प्लीस्टोसीन और होलोसीन, पृथ्वी पर उड़ने वाले पक्षियों का आविर्भाव तथा मानव एवं अन्य स्तनपायी जीवों का, वर्तमान स्वरूप में विकास किस काल में हुआ? ू काल, प्लीस्टोसीन काल में यूरोप में चार हिमयुग देखे गये। तापमान वृद्धि के कारण इस हिम, युग की समाप्ति किस काल में प्रारंभ हुई जो आज भी जारी है?, , - नूतनतम काल (#रत७९लार टिम), किस काल में मनुष्य ने कृषि कार्य तथा पशुपालन प्रारम्भ किया?- होलोसीन काल, भू-वैज्ञानिक इतिहास के दृष्टिकोण से हम जिस युग में रह रहे हैं वह होलोसीन युग, है। मध्य होलोसीन युग को कौन-सा नाम दिया गया है?, , - नॉर्थग्रिपियन ( 8,326-4200 बर्ष पूर्व ), हाल ही में भू-वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के इतिहास में किस नये युग की खोज को है, जिसको, होलोसीन युग का नवीनतम युग माना जा रहा है? - मेघालय युग (१1९६॥॥॥॥५॥ 48९), , पृथ्वी एवं उसकी गतियां, , सूर्य से पृथ्वी की औसत दूरी लगभग 15 करोड़ किलोमीटर है। औसत दूरी के अनुसार, यह किस क्रम का ग्रह है? - तीसरा ( बुध पहला और शुक्र दूसरा ), पृथ्वी बृहस्पति जैसा गैसीय ग्रह न होकर एक पथरीला ग्रह है। सभी चार आंतरिक या, सौरभौमिक ग्रहों में द्रव्यमान और आकार की दृष्टि से सबसे बड़ा ग्रह कौन है? - पृथ्वी, चार सौरभौमिक ग्रहों बुध, शुक्र, प्रथ्वी और मंगल में से किसका घनत्व, गुरुत्वाकर्षण, चुम्बकीय क्षेत्र और घूर्णन सबसे अधिक हैं? पृथ्वी, पृथ्वी अंडाकार पथ पर सूर्य का चक्कर लगाती है, जिस कारण यह दूरी 14.7 करोड़, किलोमीटर से 15.3 करोड् किलोमीटर तक परिवर्तित होती रहती है। जब पृथ्वी अंडाकार, पथ पर चक्कर लगाते हुए सूर्य से अधिकतम दूरी पर रहती है, तब इस अवस्था को, क्या कहते हैं? - अपसौर, जब पृथ्वी सूर्य से न्यूनतम दूरी पर रहती है, तब इसे क्या कहा जाता है? - उपसौर, 21 मार्च तथा 23 सितंबर को पृथ्वी की “उपसौर' की स्थिति होती है, जिससे सूर्य, की किरणें समान रूप से उत्तरी और दक्षिणी दोनों गोलाद्धों पर पड़ती हैं। इससे दिन, और रात में क्या बदलाव होता है? - दिन और रात दोनों बराबर होते हैं, वर्ष का वह समय क्या कहलाता है, जब सूर्य विषुवत रेखा पर दोपहर क॑ समय, ऊर्ध्वाधर होता है, दोनों गोलाद्धों में समान प्रकाश एवं ऊर्जा प्राप्त होती है, पृथ्वी पर, दिन तथा रात की अवधि भी समान हो जाती है? - बषुब (06ुकंत०5), विश्व के सभी भागों में 23 सितंबर को दिन और रात की समान लंबाई को क्या कहते, हैं? - शरवकालीन विषुव, पृथ्वी अपने अक्ष पर घूमने के साथ-साथ सूर्य के चारों ओर अंडाकार पथ पर चक्कर, लगाती है। परिक्रमा के इस अंडाकार मार्ग को क्या कहा जाता है? - भूकक्षा, , झ-.....- छू न“, , , , ७ ऋतु परिवर्तना, , ७ दिन-रात की अवधि में अंतर आना, , #» वर्ष की अवधि का निर्धारणा, , # सूर्य की किरणों का सीधा और तिरछा, , चमकना।, , कर्क और मकर रेखाओं का निर्धारणा, , # श्रुवों पर छह-छह माह के दिन-रात का, होना।, , ७» धरातल पर ताप वितरण में भिन्तता।, , ७ कटिबंधों का निर्धारणा, , # सूर्यग्रहण तथा चंद्राग्रगण की परिषघटना, अक्षाशों का निधारिण आसान हो जाना।, , 1:21 83 0: 8 »।। | २४, , 21 मार्च और 23 सित्बर की दोनों ही, स्थितियों में सूर्य भूमध्यरेखा या विषुक्त, रेखा पर लम्बबत चमकता है। इस समय, समस्त अक्षाश रेखाओं का आधा भाग, प्रकाश में रहता है, जिससे सर्वत्र दिन-रात, बराबर होते हैं। दोनों गोलाद्धों में दिन-रात, और ऋतु की समानता रहने से इन दोनों, स्थितियों को विषुव अथवा सम रात-दिन, (हक्४ं४००० कहा जाता है। 21 मार्च, वाली स्थिति को बसन्त विषुब (5फ/#&, 84४४०) और 23 सित्बर वाली स्थिति, को शरद विषुव (40 डक्ृशंकए०, कहा जाता है। इक्वीनॉक्स लैटिन भाषा, के शब्द 'एक्वस” (समान) और “नॉक्स', (यत्रि) से लिया गया हैं। इसी प्रकार को, इसके रूपातर “विषुव” का शाब्दिक अर्थ, “समान” होता है। हालाँकि किसी क्षेत्र में, दिन और रात की लंबाई को प्रभावित करने, वाले कई दूसरे कारक भी होते हैं। प्रथ्वी, अपनी धुरी पर 23:27 झुके हुए सूर्य को, चक्कर लगाती है। इस प्रकार वर्ष में एक, बार प्रथ्वी इस स्थिति में होती है, जब वह, सूर्य की ओर झुकी रहती है और एक बार, सूर्य से दूसरी ओर झुकी रहती है। इसी, ग्रकार वर्ष में दो बार ऐसी स्थिति भी आती, है, जब प्रथ्वी का झुकाव न सूर्य की ओर, ही होता है और न ही सूर्य से दूससी ओर,, बल्कि बीच में होता है। इसी स्थिति को, *विषुव” कहा जाता है।