Question 1 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>निम्नलिखित में से किस विकल्प के सभी शब्द शुद्ध हैं।
Question 2 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br><b>अर्वाचीन</b> संस्कृत साहित्य अपने आप में सभी विषयों और शास्त्रों के समागम का एक कोश कहा जा सकता है। इस वाक्य में रेखांकित शब्द का विलोम शब्द बताइए।
Question 3 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>साधु-संतों को <b>मोक्ष प्राप्त करने की तीव्र इच्छा</b> होती है। रेखांकित वाक्यांश के लिए एक शब्द का चयन कीजिए।
Question 4 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br>निम्नलिखित में से तालव्य व्यंजन कौन से हैं?
Question 5 :
<b> नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। गद्यांश के अनुसार, दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br> डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम का पूरा नाम अवुल पाकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम था। मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति के रुप में भारतीय इतिहास में वो प्रकाशमान सितारे हैं। उनका जन्म तमिलनाडु में 15 अक्टूबर 1931 को हुआ था। डॉ कलाम का जीवन बेहद संघर्षपूर्ण था हालांकि भारत की नयी पीढ़ी के लिये वो प्रेरणा स्वरुप हैं। वो ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने भारत को एक विकसित देश बनाने का सपना देखा था। जिसके लिये उन्होंने कहा कि “आपके सपने के सच हो सकने के पहले आपको सपना देखना है”। एक वैमानिकी इंजीनियर होने के अपने सपने को पूरा करने के लिये जहाज में उनकी विशाल इच्छा ने उन्हें सक्षम बनाया। एक गरीब परिवार से होने के बावजूद, उन्होंने कभी-भी अपनी पढ़ाई को नहीं रोका। डॉ कलाम ने तिरुचिरापल्ली में सेंट ज़ोसेफ़ से विज्ञान में ग्रेजुएशन और 1954 में मद्रास इंस्टीट्यूट से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। <br> 1958 में एक वरिष्ठ वैज्ञानिक सहायक के रुप में डीआरडीओ में शामिल हुए जहाँ उनकी अगुवाई में एक छोटी टीम, एक हावरक्राफ्ट के विकास में लगी थी। हावरक्राफ्ट कार्यक्रम से उत्साहजनक परिणाम की कमी के कारण, उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (आईएसआरओ) ज्वॉइन कर लिया। वो पूरे भारत भर में “भारत के मिसाइल मैन” के रुप में जाने जाते हैं क्योंकि बैलिस्टिक मिसाइल और स्पेस रॉकेट टेक्नोलॉजी के विकास में उन्होंने बहुत बड़ा योगदान दिया है। देश में रक्षा प्रोद्योगिकी के विकास के पीछे वो संचालक शक्ति थे। उनके महान योगदान ने देश को परमाणु राष्ट्रों के समूह में खड़ा होने का मौका दिया। <br> वो एक ख्यातिप्राप्त वैज्ञानिक और एक इंजीनियर थे जिन्होंने वर्ष 2002 से 2007 तक देश के राष्ट्रपति के रुप में भी देश की सेवा की है। 1998 के पोखरन-द्वितीय परमाणु परीक्षण में भी उनकी समर्पित भागीदारी थी। वो दूरदर्शिता पूर्ण विचारों से युक्त व्यक्ति थे जिसने हमेशा देश के विकास का लक्ष्य देखा। “भारत 2020” के शीर्षक की अपनी किताब में उन्होंने देश के विकास बारे में कार्य योजना को स्पष्ट किया। उनके अनुसार, देश की असली संपत्ति युवा है इसी वजह से वो हमेशा उनको प्रोत्साहित और प्रेरित करते रहें हैं। वो कहते थे कि “राष्ट्र को नेतृत्व में आदर्श की जरुरत है जो युवाओं को प्रेरित कर सकें”। <br> <br>उपर्युक्त गद्यांश के अनुसार, डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम के सन्दर्भ में कौन सा कथन सत्य नहीं है?
Question 6 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br>‘मर्कट’ का पर्यायवाची शब्द है-
Question 7 :
<b>निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br>’अष्टाध्यायी’ शब्द में कौन सा समास है?
Question 8 :
<b> नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। गद्यांश के अनुसार, दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br> कई संस्कृतियों में दया को एक आवश्यक गुण माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि दया मनुष्य को ईश्वर से वरदान में मिले सात महत्वपूर्ण गुणों में से एक है। अन्य गुणों में अंतरात्मा, सम्मान, सहिष्णुता, आत्म-नियंत्रण, निष्पक्षता और सहानुभूति शामिल हैं। दयालु होने से तात्पर्य हमारे आसपास के लोगों के प्रति विनम्र और मैत्रीपूर्ण होना तथा उनकी सहायता करना है। हालांकि आवश्यकता के हिसाब से दया एक विशेष गुण नहीं है जो सामान्यतः इन दिनों लोगों में पाई जाती है। आज के समय में लोग बेहद आत्म-अवशोषित हो गए हैं। वे केवल स्वयं के बारे में सोचते हैं। हमारे जीवन में विभिन्न चरणों में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के मुख्य कारणों में से एक यह है कि लोग इस तरह से आगे बढ़ रहे हैं। हर कोई अपने आप को बेहतर बनाने में व्यस्त है और दुनिया को यह दिखाना चाह रहा है कि उनकी ज़िंदगी दूसरों की तुलना में कितनी बेहतर है। वे जो चाहते हैं उसे प्राप्त करने के लिए वे कोई भी रास्ता चुनने में नहीं झिझकते हैं। हालांकि अपने आप को सुधारने में कुछ भी गलत नहीं है लेकिन यह समझना चाहिए कि जीवन बहुत बड़ा है और जरुरी नहीं है कि जो वे सोच रहे हैं वही सब कुछ है। लोग इतने मतलबी हो गए हैं और यह नहीं समझ पाते कि भगवान बहुत दयालु है और उन्हें भी दूसरों के प्रति दयालु होना चाहिए। अब जहाँ अधिकांश लोगों में दयालुता के गुण नहीं देखे जाते तो ये गुण बहुत कम प्रयासों के साथ उनमें डाले जा सकते हैं। इसकी शुरुआत इसके महत्व के बारे में शिक्षित करके किया जा सकती है। दयालुता का महत्व विद्यालय में पढ़ाया जाना चाहिए। कार्यशालाएं आयोजित की जानी चाहिए और बच्चों को इसके बारे में बताने के लिए व्याख्यान दिए जाने चाहिए कि लोगों के प्रति दयालु होना क्यों आवश्यक है। स्कूलों में इस विषय को पाठ्यक्रम का एक हिस्सा बनाना अनिवार्य करना होगा। लोगों को इसे समझने और इसे मानने के लिए बहुत शुरुआत से ही इसके महत्व पर जोर डालना होगा। लोगों के रिश्ते में सबसे आम लक्षण क्या है? यह और कुछ नहीं बल्कि दयालुता है। कोई भी व्यक्ति अशिष्ट, अभिमानी, स्वार्थी और घमंडी लोगों के साथ दोस्ती करना पसंद नहीं करता है। हर कोई उन लोगों को पसंद करता है जो नम्र, विनम्र, दयालु और उदार हैं। हमें लोगों के प्रति दयालु होना चाहिए लेकिन जैसा कि कहा जाता है कि शुरुआत घर से होती है इसलिए हमें अपने निकट और प्यारे लोगों से शुरू करना चाहिए। बहुत से लोग अपने पड़ोसियों, दोस्तों और सहकर्मियों के प्रति उदार और विनम्र होते हैं लेकिन अपने परिवार, माता-पिता, बच्चों और भाई-बहनों आदि सदस्यों के साथ वे असभ्य व्यवहार करते हैं। वे उन्हें डांटते हैं, उनकी ओर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं और अक्सर उनके साथ तर्क करते हैं। इस तरह के लोगों को दयालु नहीं कहा जा सकता है। चाहे वे बाहर के लोगों के प्रति कितने भी अच्छे हों या चाहे वे कितना दान देते हो। यदि वे घर के सदस्यों के प्रति दयालु नहीं हैं तो उन्होंने केवल एक अच्छी छवि को बनाए रखने के लिए अपने चेहरे पर मुखौटा लगा रखा है। वास्तव में वे अंदर से हताश हैं और उनकी सारी निराशा घर के सदस्यों पर उतरती है। यदि कोई व्यक्ति दिल से बहुत दयालु है तो वह घर पर और साथ ही बाहर भी दयालु होगा। बदले में किसी चीज की उम्मीद किए बिना लोगों के प्रति दयालु होने के कारण आंतरिक शांति और खुशी मिलती है। यह जीवन को सुखदायी बनाता है। दया व्यवहार करना मुश्किल नहीं है। हमारे आस-पास के लोगों पर दयालुता को बरकरार रखना हम में से हर एक का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए। <br> <br>उपर्युक्त गद्यांश के अनुसार, वर्तमान समय में मनुष्य का आचरण कैसा हो गया है?
Question 9 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br>निम्न में से कौन सा शब्द ऐसा है जो हमेशा बहूवचन के रूप में प्रयुक्त होता है?
Question 10 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br>‘विद्युत’ शब्द के लिए नीचे दिए विकल्पों में से पर्यायवाची शब्द छाँटिए -
Question 11 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>निम्नलिखित में से शुद्ध वर्तनी वाले शब्द का चयन कीजिए-
Question 12 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br><b> विश्वामित्र</b> का सही संधि-विच्छेद है-
Question 13 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br><b> विश्वामित्र</b> का सही संधि-विच्छेद है-
Question 14 :
<b>निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित पाँच-पाँच प्रश्न दिए गए हैं। गद्यांश को ध्यान से पढ़िए तथा प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए दिए गए चार विकल्पों में से उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br> <br> कवि का काम है वह प्रकृति-विलास को खूब ध्यान से देखे। प्रकृति की लीला का कोई ओर-छोर नहीं। वह <br> अनन्त है। प्रकृति अद्भुत खेल करती है। एक छोटे-से फूल में वह अजीब-अजीब कौशल दिखाती है। वे साधारण आदमियों के ध्यान में नहीं आते। वे उनको समझ नहीं सकते। पर कवि अपनी सुक्ष्म दृष्टि से प्रकृति के कौशल अच्छी तरह देख लेता है, उसका वर्णन भी करता है; उनसे नाना प्रकार की शिक्षा भी ग्रहण करता है और अपनी कविता के द्वारा संसार को लाभ भी पहुँचाता है। जिस कवि में प्रकृतिक दृश्य और प्रकृति के कौशल देखने और समझने का जितना ही अधिक ज्ञान होता है, वह उतना ही बड़ा कवि भी होता है। <br> <br>साधारण आदमियों और कवि में क्या अन्तर है?
Question 15 :
<b>निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br>“दूसरों के सुख के लिए अपने सुख का त्याग” इस वाक्यांश के लिए एक शब्द है-