Assignment Details
निम्नलिखित गद्यांशों और उनके नीचे दिए गए प्रश्नोत्तरों को ध्यानपूर्वक पढ़िए-
दोनों बैलों का ऐसा अपमान कभी न हुआ था। झूरी इन्हें फूल की छड़ी से भी न छूता था। उसकी टिटकार पर दोनों उड़ने लगते थे। यहाँ मार पड़ी। आहत-सम्मान की व्यथा तो थी ही, उस पर मिला सूखा भूसा। नाँद की तरफ आँखें तक न उठाईं। दूसरे दिन गया ने बैलों को हल में जोता, पर इन दोनों ने जैसे पाँव न उठाने की कसम खा ली थी। वह मारते-मरते थक गया; पर दोनों ने पाँव न उठाया। एक बार जब उस निर्दयी ने हीरा की नाक पर खूब डंडे जमाए, तो मोती का गुस्सा काबू के बाहर हो गया। हल लेकर भागा। हल, रस्सी, जुआ, जोत, सब टूट-टाट कर बराबर हो गया। गले में बड़ी-बड़ी रस्सियाँ न होतीं, तो दोनों पकड़ाई में न आते। प्रश्न 1. दोनों बैलों का किसने और किस तरह अपमान किया? उसने ऐसा क्यों किया? 2.बैलों के प्रति झूरी और गया के व्यवहार में क्या अंतर था? 3.मोती को क्रोध क्यों आया? क्रोधावेश में उसने क्या किया?
Deadline
Jan 23, 11:59 PM
Maximum marks
15.0 marks
Question type
Subjective