Page 1 :
कहानी से:, , उत्तर1: कहानी में 'मोटे-मोटे किस काम के हैं' बच्चों के बारे में कहा गया है क्योंकि वे घर के, कामकाज में जरा सी भी मदद नहीं करते थे तथा दिन भर उधम मचाते रहते थे। इस, तरह से ये कामचोर हो गए थे।, , उत्तर2: बच्चों के उधम मचाने से घर अस्त-व्यस्त हो गया। मटके-सुराहियाँ इधर-उधर लुढक गए।, घर के सारे बर्तन अस्त-व्यस्त हो गए। पशु-पक्षी इधर-उधर भागने लगे। घर में, धूल, मिट्टी और कीचड़ का ढ़ेर लग गया। मटर की सब्जी बनने से पहले भेड़ें खा गई।, मुर्गे-मुर्गियों के कारण कपड़े गंदे हो गए। इस वजह से पारिवारिक शांति भी भंग हो गई।, अम्मा ने तो घर छोड़ने का भी फैसला ले लिया।, , उत्तर3: अम्मा ने बच्चों दवारा किए गए घर के हालत को देखकर ऐसा कहा था। जब पिताजी ने, बच्चों को घर के काम काज में हाथ बँटाने को कहा तब उन्होंने इसके विपरीत सारे घर, को तहस-नहस कर दिया। जिससे अम्मा जी बहुत परेशान हो गई थीं। इसका परिणाम ये, हुआ कि पिताजी ने घर की किसी भी चीज़ को बच्चों को हाथ ना लगाने कि हिदायत दे, डाली। अगर किसी ने घर का काम किया तो उसे रात का खाना नहीं दिया जाएगा।, , उत्तर4: यह एक हास्यप्रधान कहानी है। यह कहानी संदेश देती है की बच्चों को घर के कामों से, अनभिज्ञ नहीं होना चाहिए। उन्हें उनके स्वभाव के अनुसार, उम्र और रूचि ध्यान में, रखते हुए काम कराना चाहिए। जिससे बचपन से ही उनमें काम के प्रति लगन तथा रूचि, उत्पन्न हो न कि ऊब।, , उत्तर5: बच्चों द्वारा लिया गया निर्णय उचित नहीं था क्योंकि स्वयं हिलकर पानी न पीने का, निश्चय उन्हें और भी कामचोर बना देगा। वे कभी-भी कोई काम करना सीख ही नहीं, पाएँगें। बच्चों को काम तो करना चाहिए पर समझदारी के साथ। बड़ों को उनको काम, सिखाना चाहिए और आवश्यकता अनुसार मार्गदर्शन देना चाहिए।, , , , कहानी से आगे:, , उत्तर1: अपनी क्षमता के अनुसार काम करना इसलिए जरूरी है क्योंकि क्षमता के अनुरूप किया, गया कार्य सही और सुचारु रूप से होता है। यदि हम अपने घर का काम या अपना, निजी काम, नहीं करेंगे तो हम कामचोर बन जाएँगे। हमें अपने कामों के लिए, आत्मनिर्भर रहना चाहिए।, , , , तएछारा' 5त1गणाः, , , , उत्तर2: भरा-पूरा परिवार तब सुखद बन सकता है जब सब मिल-जुलकर कार्य करें व दुखद तब, बनता है जब सब स्वार्थ भावना से कार्य करें। कामों के क्षमतानुसार विभाजित करने से, कहानी जैसी दुखद स्थिति से बचा जा सकता है। कार्यों को बाँटने से किसी दूसरे को, , काम करने के लिए कहने की जरुरत होगी और तनाव भी उत्पन्न नहीं होगा।, शी.