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10101015$ 3106 ॥।॥ ०४६ ४ _, , बल जो सामान्य अर्थ के स्थान पर विशेष अर्थ प्रकट करते हैं, उन्हें मुहावरा कहते हैं। भाषा में, है“ प्रयोग से विशेष प्रभाव उत्पन्न होता है और भाषा रोचक बनती है।, # अयोग से हम अपनी बात को प्रभावशाली ढंग से कह सकते हैं।, नम अचलित मुहावरे, उनका अर्थ एवं वाक्य प्रयोग दिया जा रहा हैके का तारा (बहुत प्यारा)- माता पिता के लिए संतान आँख का तारा होती है।, ९ के चूहे कूदना (बहुत भूख लगना)- उपवास के दिन पेट में चूहें कुछ ज़्यादा ही कूदते हैं।, * न मारना (जीतना)- कक्षा में प्रथम आकर इस बार आपने मैदान मार लिया।, हः वर की लकीर (एकदम सही बात)- यहाँ तो हर आदमी अपनी बात को पत्थर की लकीर मानता है।, ६ बंदर घुड़की (डराने भर के लिए धमकी देना)- जाओ, भागो यहाँ से, तुम्हारी बंदर घुड़की से मैं नहीं, , ड्सता।, & आँखों में धूल झोंकना (धोखा देना)- मेरी किताब को अपनी बताकर वह मेरी आँखों में धूल झोंव, , रहा था।, 7. अगर-मगर करना (टाल-मटोल करना)- फ़िल्म दिखाने की बात पर वह हमेशा अगर-मगर करता रहः, , है।, , 8. आँख लगना (नींद आना)- उपन्यास पढ़ते -पढ़ते मेरी आँख लग गई।, , होना)- कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करके मैं फूली नहीं समाई।, लेना)- बेटी की जिद के आगे माँ को हथियार डालने ही पड़े।, , 9. फूला न समाना (बहुत खुश, मेरा पड़ोसी कभी किसी से बात नहीं कः, , 10. हथियार डाल देना (हार मान, 1. दाल में कुछ काला होना (कुछ संदेह की बात होना), इसलिए मुझे लगता है कि दाल में कुछ काला है।, 12. अँगूठा दिखना (साफ़ मना करना)- मोहन से किताब माँगने पर उसने मुझे अँगूठा दिखा दिया।, , 13. कान पर जूँ न रेंगना (कुछ भी असर न होना)- उसे कुछ भी कहना बेकार है। उसके कान प, , तक नहीं रेंगती।, 14. तिल का ताड़ बनाना, , बनाकर कहती है।, 15. गंगा नहाना (निश्चित होना)- डॉक्टरी करने के बाद मुझे लगा कि मैंने गंगा नहा ली।, , 16. शाम कहानी (अपना किस्सा)- आजकल लोग अपनी ही राम कहानी सुनाने में लगे रहते हैं, दूस, , (छोटी बात को बड़ी बनाना)- अमृता हमेशा छोटी-सी बात को तिल का, , , , , । (वर में क्ला)- सीता ने अपने पूरे परिवार को ऑँुली पर ना रखा है।