Sanskrit
2. कर्मवीरकथा
1. राम प्रवेश राम किससे प्रभावित होकर अध्ययन में निरत हो गया?
उत्तर- रामप्रवेश राम शिक्षक और उनके शिक्षा शैली से प्रभावित होकर अध्ययन में निरत हो गया।
2. राम प्रवेश राम के जीवन से क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर—'कर्मवीर व्यथा' पाठ में एक रामप्रवेशराम जैसे पुरुषार्थी की कथा है, जो निर्धन एवं दलित जाति में जन्म लेकर विपरीत परिवेश में रहकर प्रबल इच्छा शक्ति तथा उन्नति की कामना के कारण ऊँचा पद पर पहुँचता है। रामप्रवेश राम के जीवनी से बालकों में आत्मविश्वास और आत्मसम्मान उत्पन्न होता है।
3. कर्मवीर कौन था एवं उसके जीवन से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर- कर्मवीर रामप्रवेश राम था। जिसका जन्म दलित परिवार में हुआ था। विपरीत परिवेश में रहकर प्रबल इच्छा-शक्ति एवं उन्नति की उत्कट कामना के कारण उच्चपद पर पहुँचता है। रामप्रवेश ने उद्योगिनं पुरुषसिंहमुपैति लक्ष्मी कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है। उसके जीवन से हमें शिक्षा मिलती है। कि मनुष्य के लिए कुछ भी असम्भव नहीं है।
4. रामप्रवेश राम का घर कहाँ था और कैसा था?
उत्तर - रामप्रवेश राम का घर बिहार राज्य के दुर्गम प्रदेश में 'भीखन टोला' नामक गाँव के बाहर स्थित था। उसका घर टुटी-फूटी झोपड़ी जैसा था, जो परिवार वालों को केवल धूप से बचाता था वर्षा से नहीं।
5.रामप्रवेश की प्रतिष्ठा कहाँ-कहाँ देखी जा रही है?
उत्तर- रामप्रवेश राम की प्रतिष्ठा अपने प्रांत और केंद्र-प्रशासन में बहुत अधिक है। उनका प्रशासनिक क्षमता और संकटकाल में निर्णय की क्षमता सबों के लिए । आकर्षक है। कर्मवीर बाधाओं को पार कर प्रशासनिक क्षेत्र लोकप्रिय हो गया।
6. 'कर्मवीर कथा' से क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर-'कर्मवीर कथा' एक पुरुषार्थी की कथा है जो निर्धनता एवं दलित जाति में जन्म जैसे विपरीत परिवेश में रहकर प्रबल इच्छा-शक्ति तथा उन्नति की उत्कट कामना के कारण उच्चपद पर पहुँचता है। अतः इस कथा से यह शिक्षा मिलती है कि यदि व्यक्ति में प्रबल इच्छाशक्ति एवं उन्नति करने की उत्कट कामना हो तो विपरीत परिस्थिति में भी उच्च से उच्च पद को प्राप्त कर सकता है। यह कथा बच्चों में आत्मविश्वास तथा आत्मसम्मान उत्पन्न करने वाली है।
7. रामप्रवेश राम का चरित्र-चित्रण करें
उत्तर- कर्मवीर कथा का प्रमुख पात्र रामप्रवेश राम है। इसका जन्म बिहार राज्य के भीखोला नामक गाँव में हुआ था। रामप्रवेश राम दलित परन्तु लगनशील और परिश्रमी फलक है। गाँव के सभी परिवार निर्धन और अशिक्षित है। गुरु का सानिध्य पाकर, विद्याध्ययन में लग गये। गुरु का आशीर्वाद और मेहनत से सफलता रूपी सीढ़ी चढ़ने लगे। धन के अभाव में भी अध्ययनरत रहे। विद्यालय और महाविद्यालय की परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किये। केन्द्रीय लोक सेवा आयोग की परीक्षा में उतीर्ण होकर समाज के समक्ष आदर्श प्रस्तुत किये। उनकी प्रशासनिक क्षमता और संकटकाल में निर्णय लेने की कुशलता सबों को ध्यानाकर्ष करता है।
8. रामप्रवेश का जन्म कहाँ हुआ था? उन्होंने देश की सेवा से कैसे यश अर्जित की?
उत्तर- रामप्रवेश का जन्म बिहार राज्य के भीखनटोला' नामक गाँव में हुआ था। वे अपने लगन परिश्रम के बल पर केंद्रीय लोक सेवा की परीक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया। उनका प्रशासन क्षमता और संकटकाल में निर्णय की क्षमता अतुलनीय था। उन्होंने अपनी ईमानदारी, लगन, परिश्रम के द्वारा देश सेवा को ही अपना धर्म माना। आज रामप्रवेश राम का नाम और काम सभी दिशाओं फैला है।
9. 'कर्मवीर कथा' का सारांश लिखें।
उत्तर- कर्मवीर कथा में कर्म के महत्त्व का उल्लेख किया गया है। इस कथा का नायक रामप्रवेश राम एक निर्धन दलित परिवार का सदस्य है जिसने अपने कठिन परिश्रम और एक सामाजिक समरसिक शिक्षक के सहयोग एवं मार्गदर्शन से केन्द्रीय लोकसेवा आयोग की परीक्षा में ऊँच स्थान प्राप्त कर अपना तथा अपने माँ पिता के नाम को रौशन किया है। रामप्रवेश ने उद्योगिन पुरुषसिंहमुपैति लक्ष्मी: कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है। इस पाठ से यह शिक्षा मिलती है कि दृढ निश्चय एवं कठिन परिश्रम से सबकुछ प्राप्त किया जा सकता है, मनुष्य के लिए कुछ भी असम्भव नहीं है।
10. 'कर्मवीर' कौन था? उनकी सफलता की कहानी छः वाक्यों में लिखें।
उत्तर-बिहार का एक गाँव है, जिसका नाम भीखनटोला है। इसी गाँव में एक दलित परिवार में रामप्रवेश नामक व्यक्ति का जन्म हुआ। वह एक कुशाग्र बुद्धि का बालक था। इन्होंने सभी परीक्षाओं में प्रथम स्थान प्राप्त किया। इन्होंने केंद्रीय लोकसेवा की परीक्षा में उन्नत स्थान प्राप्त किया। इनकी प्रतिष्ठान सम्बन्ध में केवल अपने प्रांत में अपितु केंद्र शासन में भी थी।
11. "कर्मवीरः महासुखी किस पाठ से सम्बन्धित है तथा उसके तीन वाक्यों में विचार दें।
उत्तर- कर्मवीरः महासुखी कर्मवीर कथा से सम्बन्धित है। इस कथा का नायक राम प्रवेश राम एक सामाजिक शिक्षक के प्रयास एवं सहायता से स्वयं परिश्रम करता हुआ केन्द्रीय लोकसेवा परीक्षा में उत्तीर्ण होकर उच्च पद को प्राप्त किया। आज परिश्रमी छात्रों के लिए आर्थिक बाधा उसकी पढ़ाई में बाधक नहीं बन सकती है।
12. रामप्रवेश राम की प्रारम्भिक शिक्षा किस प्रकार हुई?
उत्तर - रामप्रवेश राम का दलित वर्ग में जन्म हुआ। गाँव के लोग निर्धन और अशिक्षित है। वहीं नवीन सोचवाला एक शिक्षक आया। शिक्षक उन्हें विद्यालय लाकर शिक्षा देना प्रारंभ किया। रामप्रवेश राम शिक्षक से बहुत प्रभावित हुए। वे शिक्षा को जीवन का आधार मानकर अध्ययन करने लगा। अध्ययनरत होने के कारण वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त करने लगा।
13. कर्मवीर कौन था? रामप्रवेश किस परीक्षा में उन्नत स्थान प्राप्त किया?
उत्तर-कर्मवीर एक दलित बालक था, जिसका नाम रामप्रवेश था। उसने भारतीय
लोकसेवा की परीक्षा में अपने अध्ययन एवं विषय के विस्तृत ज्ञान के कारण उच्च स्थान प्राप्त किया।
14. 'शिक्षा कर्म जीवनस्य परमागतिः 'रामप्रवेश राम पर उपरोक्त कथन कैसे घटित होता है?
उत्तर- रामप्रवेश राम अभावग्रस्त जीवन-यापन करते हुए स्नेहिल शिक्षक का स्नाध्यि पाकर अनेक बाधाओं से लड़ता हुआ केन्द्रीय लोक सेवा की परीक्षा में उन्नत स्थान प्राप्त करता है। अतः "शिक्षा कर्म जीवनस्य परमागतिः" उक्ति रामप्रवेशराम पर सर्वयोचित है।